आगामी लोकसभा चुनाव में जिताऊ प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी ने जिला व महानगर अध्यक्षों से फीडबैक भी लिया। दूसरे दिन भी उन्होंने 8 घंटे तक बंद कमरे में एक-एक पदाधिकारी के साथ वन-टू-वन भी किया। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी ने जिला स्तर पर लोस चुनाव की तैयारियों को लेकर होमवर्क व राष्ट्रीय स्तर पर तय किए कार्यक्रमों और संगठनात्मक गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट भी ली। उत्तराखंड दौरे के दूसरे दिन बीते रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश प्रभारी ने जिला, महानगर अध्यक्षों, एआईसीसी, लोस क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों, 2019 के लोकसभा प्रत्याशियों, पार्टी के अनुषांगिक संगठन, विभाग एवं प्रकोष्ठों के अध्यक्ष और पीसीसी के सदस्यों के साथ लोकसभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की। सुबह 11 बजे से बैठकों का दौर भी शुरू हो गया था। प्रदेश प्रभारी ने अकेले में एक-एक जिलाध्यक्ष से बातचीत भी की। उन्होंने लोस चुनाव में प्रत्याशियों को लेकर जिलाध्यक्षों की राय भी जानी। साथ ही जिला स्तर पर पार्टी कार्यक्रमों की जानकारी भी ली। पदाधिकारियों को एकजुट होकर चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश भी दिए। कहा, पार्टी के सभी संगठनात्मक इकाइयों को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटना ही होगा। इसके लिए पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक मजबूती के साथ खड़ा करने की जिम्मेदारी जिला और महानगर अध्यक्षों के कंधों पर ही है। उन्होंने सभी संगठनात्मक जिला और महानगर इकाइयों को निर्देश देते हुए कहा, बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल रही हैं। उनकी इस विफलता को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर पहुंचाने का काम भी करना है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी ने निर्देश दिए आने वाले समय में राज्य में नगर निकाय चुनाव होने हैं। इसके लिए पार्टी को हर बूथ पर मजबूत भी करना है। यदि संगठन बूथ स्तर तक मजबूत होगा, तो लोकसभा और नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी को निश्चित रूप से जीत भी मिलेगी। प्रदेश प्रभारी ने एआईसीसी व पीसीसी सदस्यों और लोकसभा क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों संग लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की। साथ ही केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों की जानकारी भी दी। कहा, बीजेपी देश में जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है। हमें इस बात को अंतिम छोर पर बैठे मतदाता तक पहुंचाने का काम भी करना है। उन्होंने आह्वान किया, संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने के साथ जनता को बीजेपी सरकारों की विफलताओं को समझाने का काम भी करना है। कहा, दो दिन की बैठकों में पार्टी पदाधिकारियों से जो सुझाव मिले हैं, उन्हें केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष भी रखा जाएगा।