ईडी की टीम ने काशीपुर में घर पर छापा मारकर दिन भर जांच पड़ताल की।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बीते बुधवार को काशीपुर में बीजेपी के जिलामंत्री अमित सिंह के घर पर छापा मारकर दिन भर जांच पड़ताल की। टीम को घर से लाखों की नगदी, कुछ जेवरात, कागजात, 32 बोर के 7 कारतूस और एक खोखा भी मिले। कारतूस के दस्तावेज नहीं दिखा पाने पर देर रात करीब 10 बजे आईटीआई थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अमित सिंह को पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का करीबी भी बताया जा रहा है। बीते बुधवार सुबह करीब 7 बजे ईडी की 8 सदस्यों की टीम बाजपुर रोड आलू फार्म स्थित बीजेपी के जिला मंत्री अमित सिंह के घर पर पहुंची। टीम ने वहां जांच पड़ताल शुरू की और इस दौरान घर के बाहर पुलिस सुरक्षा में तैनात भी रही। इस दौरान पुलिस ने किसी को भी घर के अंदर और बाहर आने-जाने भी नहीं दिया। दिनभर टीम जांच पड़ताल में भी जुटी रही। सूत्रों के अनुसार अमित सिंह के घर से कुछ जेवरात, लाखों की नगदी, दस्तावेज व अन्य सामान मिला है। हालांकि इस मामले में आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि भी नहीं की गई। टीम को घर से 32 बोर के 7 कारतूस मिले जिनके कोई विधिक दस्तावेज अमित सिंह नहीं दिखा पाए। इस पर ईडी ने आईटीआई थाना पुलिस को सूचना भी दी। रात करीब 10 बजे प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी, अमित सिंह को लेकर थाने पहुंचे व कारतूस के मामले में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। बीजेपी की राजनीति में तेजी से चमके अमित सिंह इस समय बीजेपी काशीपुर की जिला कार्यकारिणी में जिला मंत्री के पद पर आसीन भी हैं। वह पेशे से ठेकेदार बताए गए हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार अमित सिंह पहले बीजेपी सरकार में वन मंत्री रह चुके हरक सिंह रावत के करीबी भी रहे हैं। उन्होंने कोरोना काल के समय हरक सिंह के वन व श्रम विभाग के मंत्री रहते सुर्खियां भी बंटोरी थीं। वह श्रम कल्याण बोर्ड के सदस्य भी रहे। हरक सिंह रावत के कांग्रेस में चले जाने के बाद भी अमित सिंह ने बीजेपी नहीं छोड़ी। उन्होंने अपनी जगह बनाई और जिला मंत्री का पद पा लिया। अमित सिंह के बारे में लोगों का कहना है कि पिछले कुछ समय से ही अमित सिंह का रसूख भी बढ़ा है। अमित सिंह के पिता एक फैक्टरी में काम करते थे तब उनका परिवार सामान्य परिवारों की तरह ही रहता था लेकिन एक दशक के अंदर अमित सिंह जब अलग-अलग गाड़ियों में नजर आने लगे व उन्होंने बाजपुर रोड पर बड़ा घर बनाया। सूत्रों के मुताबिक शाम करीब 7:30 बजे टीम अपने साथ कुछ कागजात भी ले गई। इस दौरान पुलिस कर्मी वहीं मौजूद रहे। ईडी की टीम के जाने के बाद पुलिस रवाना हो गई। ईडी की टीम के अलावा किसी को भी घर से अंदर-बाहर जाने की इजाजत भी नहीं थी। हालांकि दोपहर ड्राइवर से खाने के पैकेट भी मंगाए।