उत्तराखंडक्राइम

कूटरचित दस्तावेज़ तैयार कर लोगो के साथ धोखाधडी करने वाले गिरोह के 03 सदस्यों को दून पुलिस ने सहारनपुर से किया गिरफ्तार

गिरफ्तार अभियुक्तों में से एक कोतवाली सहारनपुर का है हिस्ट्रीशीटर

अभियुक्तों द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर किसी अन्य की भूमि की दूसरो के नाम कर करायी थी फर्जी रजिस्ट्रियां

पुलिस द्वारा अभियुक्तों को न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल।

मामले में पूर्व में 02 अभियुक्तों की हो चुकी है गिरफ्तारी।

दिनांक 07/12/2021 को वादी देवेन्द्र मित्तल निवासी गुरूनानक रोड, सुभाष नगर थाना क्लेमनटाउन देहरादून द्वारा थाना पटेलनगर में तहरीर दी गयी कि हुमांयू परबेज व मौ0 वकील द्वारा उनकी भूमि के फर्जी कूटरचित दस्ताबेज धोखाधडी से तैयार कर उनकी भूमि विक्रय कर दी गयी है, जिसके आधार पर थाना पटेलनगर पर मु0अ0सं0 76/2021 धारा 420/467/468/471/120 बी भादवि बनाम हुमायू परवेज आदि पंजीकृत किया गया था। उक्त अभियोग में पुलिस टीम द्वारा पूर्व में 02 अभियुक्तों मौ0 वकिल और फईम अहमद को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था और 01 अन्य नामजद अभि0 हुमांयू परवेज द्वारा न्यायालय से अन्तरिम जमानत ली गयी थी।

प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत प्रकरण में शामिल अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध भी प्रभावी कार्यवाही करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा दिये गए निर्देशों पर अभियोग की विवेचना थानाध्यक्ष क्लेमेन्टाउन के सुपुर्द की गयी, जिनके द्वारा विवेचना में आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई, जिसमें कूटरचित दस्तावेज तैयार कर भूमि का फर्जी बैनामा कराने में शामिल 03 अन्य अभियुक्तों हरिप्रकाश मित्तल पुत्र स्व0 ज्योति प्रसाद मित्तल, नवीन मित्तल पुत्र हरिप्रकाश मित्तल निवासी सहारनपुर, उ0प्र0 व सुशील गाबा पुत्र लालचंद निवासी सहारनपुर, उ0प्र0 का संलिप्त होना प्रकाश में आया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा तीनों अभियुक्तों को दि0 08.05.2024 को जनपद सहारनपुर उ0प्र0 से गिरफ्तार किया गया। अभि0 सुशील गाबा पुत्र लाल चन्द्र थाना सहारनपुर, उ0प्र0 का हिस्ट्रीशीटर है। जिसके विरूद्ध भूमि धोखाधडी व अन्य आपराधिक घटनाओं के कई अभियोग पंजीकृत हैं।

विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अभियुक्त हुमायू परवेज द्वारा उक्त भूमि की फर्जी रजिस्ट्रियां कर उनसे प्राप्त पैसो को अपने सहारनपुर स्थित बैंक खाते में मंगवाया गया था, जिसे बाद में गणपति डैवलपर्स के नाम से बनी फर्म के खाते में स्थानान्तरित किया गया था, उक्त फर्म गिरफ्तार अभियुक्त हरिप्रकाश मित्तल, नवीन मित्तल के नाम पर रजिस्टर्ड थी और अभियुक्त सुनील गाबा द्वारा जमीन के फर्जी कागजात तैयार करने में अभियुक्तों की मदद की गई थी, साथ ही जमीन को बिकवाने के लिये ग्राहक/पार्टीयों को लाने की जिम्मेदारी भी अभियुक्त सुनील गाबा की ही थी, जिसके एवज में उसे मोटी धनराशि का भुगतान अभियुक्तों द्वारा किया गया था।

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