यूटीयू का बड़ा इनोवेशन: एआई आधारित स्मार्ट प्लेसमेंट सिस्टम करेगा छात्रों को नौकरी से जोड़ने का काम
अब उत्तराखंड के तकनीकी छात्रों को नौकरी और इंटर्नशिप पाने के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (UTU) ने छात्रों की प्लेसमेंट प्रक्रिया को आसान और स्मार्ट बनाने के लिए एआई आधारित स्मार्ट प्लेसमेंट एंड इंटर्नशिप सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है। यह अत्याधुनिक ऑटोमेशन सिस्टम छात्रों की योग्यता और कंपनियों की जरूरत के अनुसार स्वतः उनका बायोडाटा संबंधित कंपनियों तक पहुंचाएगा।
की-वर्ड बेस्ड ऑटोमैटिक प्रोफाइलिंग
यह सॉफ्टवेयर छात्रों द्वारा अपलोड किए गए बायोडेटा में की-वर्ड्स को स्कैन करता है और फिर उन कंपनियों को डेटा भेजता है, जिनकी आवश्यकता उस योग्यता से मेल खाती है। इससे छात्रों और कंपनियों के बीच सीधा संवाद संभव होगा और छात्रों को नौकरी और इंटर्नशिप दोनों के अवसर प्राप्त होंगे।
यूटीयू छात्रों के लिए निःशुल्क, प्राइवेट संस्थानों के लिए नाममात्र शुल्क
यह सुविधा यूटीयू के छात्रों के लिए पूर्णतः निःशुल्क रखी गई है, जबकि अन्य निजी संस्थानों के छात्रों को ₹1000 का वन-टाइम रजिस्ट्रेशन शुल्क देना होगा। पंजीकरण के बाद छात्र लॉगिन आईडी व पासवर्ड प्राप्त करेंगे, जिसके माध्यम से वे अपना बायोडेटा अपलोड कर सकते हैं।
अब तक 1200 छात्र और 500 से अधिक कंपनियां जुड़ीं
सॉफ्टवेयर की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि कुछ ही दिनों में 1200 से अधिक छात्र और 500 कंपनियां इस प्लेटफॉर्म से जुड़ चुके हैं। इसमें रियल टाइम में यह भी देखा जा सकेगा कि कितने पद रिक्त हैं, कितनों को नौकरी मिली है और सबसे अधिक व सबसे कम ऑफर पैकेज क्या रहा है।
पारदर्शिता और डेटा-ड्रिवन प्लेसमेंट प्रक्रिया
सॉफ्टवेयर में कंपनियों की संख्या, उपलब्ध पद, आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या और ऑफर डिटेल्स का डैशबोर्ड व्यू मौजूद रहेगा। इससे पूरी प्लेसमेंट प्रक्रिया पारदर्शी और डेटा-ड्रिवन बन जाएगी।
लॉन्च से पहले ली गई थी संस्थानों की सहमति
इस सॉफ्टवेयर को लॉन्च करने से पहले सितंबर 2024 में विभिन्न तकनीकी संस्थानों के साथ बैठकें कर उनकी सहमति ली गई थी। अब निजी संस्थानों के छात्र भी अपने संस्थान के निदेशक के माध्यम से आवेदन कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
“प्लेसमेंट प्रक्रिया में लाया गया नया युग”
यूटीयू के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने कहा, “स्मार्ट प्लेसमेंट ऑटोमेशन सिस्टम छात्रों के करियर को नई दिशा देगा। इससे न केवल उन्हें बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि कंपनियों को भी कुशल प्रतिभाएं आसानी से मिल सकेंगी।”




