प्रधानमंत्री मोदी का ब्रिटेन दौरा: मुक्त व्यापार समझौते से किन उद्योगों को मिलेगा बड़ा फायदा जानें
ब्रिटेन दौरे पर पीएम मोदी: व्यापार, रक्षा और संस्कृति को मिलेगी नई दिशा, एफटीए की तैयारी अंतिम चरण में
Deprecated: preg_split(): Passing null to parameter #3 ($limit) of type int is deprecated in /home/u948756791/domains/doondarshan.in/public_html/wp-content/themes/jannah/framework/functions/post-functions.php on line 805
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ब्रिटेन की धरती पर अपने कदम रखने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका चौथा ब्रिटेन दौरा भी है। भले ही यह यात्रा समय में ही संक्षिप्त हो, लेकिन इसके दूरगामी रणनीतिक व आर्थिक मायने बेहद ही अहम भी हैं। इस बार के दौरे का सबसे बड़ा फोकस भारत-ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर अंतिम मुहर लगाना भी है।
व्यापार में खुलेंगे नए द्वार
भारत-ब्रिटेन के बीच करीब 50 अरब डॉलर का व्यापार भी होता है, और दोनों देश इसे नई ऊंचाई पर ले जाने को भी तैयार हैं। भारत से निर्यात होने वाले 99% उत्पादों पर ब्रिटेन जीरो टैरिफ की योजना भी बना रहा है। इससे खासतौर पर कपड़ा, जूता, ऑटो कंपोनेंट्स, रत्न व आभूषण उद्योगों को बड़ा लाभ भी मिलेगा। टाटा मोटर्स व महिंद्रा जैसे ब्रांड्स को ईवी सेगमेंट में नया बाजार भी मिल सकता है।
कंपनियां जैसे वेलस्पन, अरविंद, रेमंड, वर्धमान, बाटा व रिलैक्सो को लाभ की उम्मीद भी है। वहीं, स्कॉच व्हिस्की पर भी टैक्स घटाकर 75% भी किया जाएगा, जिससे ब्रिटेन की कंपनियों जैसे डियाजियो को भी राहत मिलेगी।
वीजा नियमों में ढील व सामाजिक सुरक्षा में छूट
ब्रिटेन सरकार ने भारतीय कामगारों व पेशेवरों के लिए वीजा नियमों में नई ढील भी दी है। योग शिक्षक, संगीतकार, शेफ व अन्य सेवा प्रदाता अब अस्थायी वर्क परमिट पर ही जा सकेंगे। इसके साथ ही 3 वर्ष तक उन्हें सामाजिक सुरक्षा योगदान से छूट भी दी जाएगी।
रक्षा, प्रौद्योगिकी व शिक्षा पर साझेदारी
भारत- ब्रिटेन रक्षा व तकनीकी सुरक्षा के क्षेत्र में पहले ही साझेदारी को नया आयाम भी दे चुके हैं। एक वर्ष पहले लॉन्च हुई टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी इनिशिएटिव व गुरुग्राम में साउथेम्पटन यूनिवर्सिटी का नया कैंपस इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम भी हैं।
भारत गैर-संवेदनशील सरकारी निविदाओं में ब्रिटिश कंपनियों को भी 200 करोड़ रुपये तक की भागीदारी की भी छूट देगा। वहीं, ब्रिटेन से आयातित कारों पर शुल्क 100% से घटाकर 10% करने पर भी अब सहमति बनी है।
खालिस्तानी गतिविधियों पर सुरक्षा कड़ी
ब्रिटेन में पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर व्यापक तैयारी भी की गई है। खालिस्तानी तत्वों की सक्रियता को देखते हुए ब्रिटिश प्रशासन ने सुरक्षा चाक-चौबंद भी कर दी है। इस विषय पर भी दोनों देशों के बीच संवाद की संभावना भी जताई जा रही है।
भारतीय प्रवासी बने सेतु
ब्रिटेन में 2.7% आबादी भारतीय मूल की ही है, जो दोनों देशों के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक पुल का काम भी कर रही है। पीएम मोदी की इस यात्रा से प्रवासी भारतीयों को भी एक नई उम्मीद भी मिली है।
रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा
इस यात्रा के दौरान दोनों देश व्यापार, सुरक्षा, जलवायु, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्रों में वृहद रणनीतिक साझेदारी (CSP) की समीक्षा भी करेंगे। पिछले साल जी-20 और जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी व ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर की मुलाकातों ने इस संबंध को मजबूत भी किया था।




