नशेड़ी की पुलिस से अजीब मांग: “साहब जेल भेज दो, लेकिन नशा मुक्ति केंद्र नहीं जाऊंगा”
नशे का आदी व्यक्ति नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया, जेल जाने की बजाय मिन्नतें करता रहा
देहरादून: बनभूलपुरा क्षेत्र के मोहम्मदी चौक इंद्रा नगर निवासी मल्लू (43) को बीते बुधवार को पुलिस ने नशे की हालत में पकड़ा। मल्लू, जो नशे का आदी है, घर में अक्सर पत्नी, बेटी व बेटों के साथ मारपीट करता था। परिवार के लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने उसे थाने लाकर समझाया और नशा मुक्ति केंद्र भेजने का प्रस्ताव भी रखा। लेकिन नशेड़ी ने जेल भेजने की मिन्नतें की और कहा कि वह नशा छोड़ने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन जेल जाने के लिए तैयार है।
बनभूलपुरा पुलिस ने मल्लू की इच्छाओं को दरकिनार करते हुए उसे नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवा दिया। मल्लू का कहना था, “साहब, जेल भेज दो, मंजूर है, लेकिन नशा नहीं छोड़ूंगा।” इसके बावजूद पुलिस ने उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजने का फैसला किया, ताकि उसकी जीवनशैली में बदलाव भी आ सके।
थाना प्रभारी का बयान
बनभूलपुरा थाना प्रभारी नीरज सिंह भाकुनी ने बताया कि अक्सर नशेड़ी जेल जाने के बाद कुछ समय में फिर नशा करना शुरू कर देते हैं। उन्होंने कहा, “अब हम नशे के आदी लोगों को जेल भेजने के बजाय नशा मुक्ति केंद्र भेज रहे हैं, ताकि उन्हें इलाज भी मिल सके। जिन मामलों में परिजनों द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं कराया जाता, उनमें हम इस तरह की कार्रवाई करते हैं।” इससे पहले 16 फरवरी को रेलवे बाजार निवासी पवन जायसवाल को भी नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया था।
यह कदम न केवल नशे के आदी लोगों के लिए मददगार है, बल्कि उनके परिवारों को भी राहत मिल रही है।




