ऑनलाइन गेमिंग एप के नाम पर बड़ा फ्रॉड, चार सदस्यीय गिरोह गिरफ्तार — बैंक खातों का लालच देकर कर रहे थे ठगी
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नैनीताल: ज्योलीकोट पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग एप के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी करने वाले एक अंतरजनपदीय गिरोह का भंडाफोड़ भी किया है। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डेबिट कार्ड व खातों में किए गए भारी लेनदेन का डेटा भी बरामद किया है। गिरोह पिछले एक सप्ताह से क्षेत्र में सक्रिय भी था और लोगों को गेमिंग एप में पैसे लगाने और बैंक खाता उपलब्ध कराने पर कमीशन देने का लालच भी दे रहा था।
इस तरह पकड़े गए आरोपी
ज्योलीकोट चौकी पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ बाहर के लोग ग्रामीणों से गेमिंग एप के माध्यम से कमाई का झांसा देकर उनके बैंक खाते व सिम कार्ड मांग रहे हैं। खाते देने पर 3 प्रतिशत कमीशन देने का लालच भी दे रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने चेकिंग अभियान भी चलाया। इसी दौरान भुजियाघाट से आ रही एक संदिग्ध कार को भी रोका गया।
वाहन की तलाशी में बैग से कई मोबाइल, सिम कार्ड, डेबिट कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए। पूछताछ में चारों संदिग्धों ने अपना अपराध भी कबूल कर लिया।
कैसे करते थे ठगी?
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आरोपी ऑनलाइन गेमिंग के लिए लोगों से बैंक खाते लेकर उनका दुरुपयोग भी करते थे। इसके अलावा सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को ठगते भी थे। आरोपियों के ईमेल व डिवाइस की जांच में लाखों रुपये के लेनदेन का खुलासा भी हुआ है।
पिछले एक सप्ताह से आरोपी इसी क्षेत्र में ठहरे हुए थे, लेकिन स्थानीय लोगों की सतर्कता के चलते वे किसी का खाता हासिल ही नहीं कर सके।
कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं—
- शुभम गुप्ता (लालकुआं हाउसिंग, अलवर—राजस्थान)
- पियूष गोयल (पुख्ता बाजार, जहांगिराबाद—बुलंदशहर)
- ऋषभ कुमार (मोदीनगर, गाजियाबाद)
- मोहित राठी (महावीरापुर सेक्टर–5, गुरुग्राम)
पुलिस ने चारों के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच भी शुरू कर दी है।
ज्योलीकोट पुलिस की चौकसी से एक बड़े साइबर फ्रॉड रैकेट के फैलने से पहले ही रोक भी लगा दी गई।




