BJP को भगत सिंह अच्छे नहीं लगते, 26 जनवरी की परेड में पंजाब की झांकी विवाद पर भड़के CM भगवंत मान
गणतंत्र दिवस की परेड में पंजाब की प्रस्तावित तीनों झांकियों को रद्द कर दिया गया। ऐसा लगातार दूसरी बार हुआ है। इससे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस पर भड़क गए हैं। इस मुद्दे पर उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और कहा कि आजादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा कुर्बानियां देने वाले राज्य की झांकी को नहीं दिखाया जा रहा है। यह पंजाब के साथ सरासर भेदभाव है। भगवंत मान ने कहा कि ये तीन दिन हमारे लिए छोटे साहिबजादों की लासानी शहादत को नमन करने वाले होते हैं लेकिन इसी कुर्बानियों वाले दिन केंद्र सरकार ने पंजाब के साथ बड़ा धोखा किया है। आज ही हमें चिट्ठी मिली है कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड पर पंजाब की झांकी नहीं दिखाई जायेगी।
सीएम मान ने कहा कि भाजपा वाले देश में विकसित संकल्प यात्रा के नाम पर वैनों को लेकर घूम रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झांकियां निकाल रहे हैं लेकिन इन्हें भगत सिंह , राजगुरु अच्छे नहीं लगते। वहीं मान के इस आरोप पर भाजपा ने सफाई दी है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बिना वजह इस पर राजनीति कर रहे हैं। यह झांकियां किसी तकनीकी पहलू पर रद्द की गई होंगी।
सीएम भगवंत मान ने बताया कि झांकी संबंधी हमने 4 अगस्त 2023 को ही इस बारे में केंद्र सरकार को लिख दिया था कि अगले तीन साल के लिए हम यह झांकी लगाना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने हम से तीन विकल्प पूछे , हमने तीन प्रस्ताव तैयार किए जिनमें पहला, पंजाब: कुर्बानियों व शहादतों का इतिहास, दूसरा माई भागो- नारी सशक्तिकरण और तीसरा पंजाब की अमीर विरासत। देश की आजादी में जिस प्रदेश ने सबसे ज्यादा कुर्बानियां दीं, उसकी झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड से बाहर कर दिया गया है। पंजाब के साथ पक्षपात का आरोप लगाते हुए मान ने कहा कि इनका बस चले तो ये जन गण मन से भी पंजाब को निकाल देंगे। इन्हें भगत सिंह , राजगुरु अच्छे नहीं लगते।