देहरादून: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र राज्य स्तरीय संगठनात्मक कार्यशाला का आयोजन भी किया है। राजधानी देहरादून में हो रही इस एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया। कार्यशाला का मुख्य एजेंडा है — मिशन 2027 में जीत की हैट्रिक व संगठन को बूथ स्तर तक मज़बूत भी करना।
कार्यशाला में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी रही।
प्रमुख उपस्थिति में शामिल हैं:
- राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष
- राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम
- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा
- प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट
- प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजय कुमार
नई टीम, नई जिम्मेदारियां, नया संकल्प
कुछ ही दिन पहले बीजेपी की नई प्रदेश कार्यकारिणी ने विधिवत रूप से पदभार भी संभाला है। इसी क्रम में पार्टी कार्यालय में पूजा-अर्चना कर “मिशन हैट्रिक 2027” की तैयारी का संकल्प भी लिया गया था।
नई टीम में प्रमुख नियुक्तियां:
- कुंदन परिहार व तरुण बंसल को प्रदेश महामंत्री
- दीप्ति भारद्वाज बनीं प्रदेश की पहली महिला महामंत्री
- जगमोहन सिंह रावत को प्रदेश कार्यालय सचिव की जिम्मेदारी
बूथ से भारत तक: रणनीति का खाका तैयार
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कार्यशाला के मुख्य बिंदुओं पर जानकारी देते हुए बताया कि—
“मिशन 2027 की जीत सुनिश्चित करने के लिए बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाना हमारी प्राथमिकता भी है। पार्टी प्रत्येक बूथ पर प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है, ताकि डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां सीधे आम जनता तक भी पहुंच सकें।”
उन्होंने बताया कि कार्यशाला में निम्न विषयों पर विस्तार से मंथन हो रहा है:
- हर बूथ पर संगठनात्मक मज़बूती
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रतिनिधियों की प्रभावी तैनाती
- सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का जनता तक प्रभावी संप्रेषण
- संगठन के सभी मोर्चों और प्रकोष्ठों की इकाइयों का पुनर्गठन
- चुनावी कार्ययोजना और जनसंपर्क अभियानों की रणनीति
प्रदेश कार्यशाला के ज़रिए 2027 की नींव
राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष के मार्गदर्शन में हो रही यह कार्यशाला केवल सांगठनिक समीक्षा का मंच ही नहीं, बल्कि भविष्य की चुनावी नींव रखने की कवायद भी है। कार्यशाला के अंत में पार्टी एक ठोस रणनीतिक ब्लूप्रिंट तैयार करने का दावा भी कर रही है, जो 2027 में भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता में लाने की राह भी दिखाएगा।
राजनीतिक विश्लेषण: भाजपा की बढ़ती सक्रियता
भाजपा की यह कार्यशाला साफ संकेत देती है कि पार्टी अब पूरी तरह से मिशन मोड में भी आ चुकी है। नई कार्यकारिणी के गठन के साथ ही राज्यभर में संगठनात्मक गतिविधियां तेज भी कर दी गई हैं। बूथ स्तर से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक की एकजुटता को भाजपा “विजय की गारंटी” भी मान रही है।




