उत्तराखंड
देहरादून में दिवाली सीजन के लिए ट्रैफिक प्लान लागू — पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, जानिए कौन-सा रूट रहेगा खुला और कहां मिलेगी पार्किंग
देहरादून पुलिस ने धनतेरस, दीपावली, भाई दूज व गोवर्धन पूजा के दौरान होने वाली भीड़-भाड़ को देखते हुए शहर में विशेष ट्रैफिक प्लान भी लागू कर दिया है। लोगों की सुविधा के लिए पुलिस लगातार अपडेट भी जारी कर रही है और अपील की है कि यात्रा से पहले रूट प्लान भी जरूर देख लें।
ऐसे होंगे प्रमुख रूट और पार्किंग व्यवस्थाएं
- सहस्त्रधारा, रायपुर रोड, राजपुर रोड, सुभाष रोड व डालनवाला से आने वाले वाहन काबुल हाउस, सर्वे चौक, एमडीडीए कॉम्प्लेक्स व कनक चौक मल्टी-पार्किंग में पार्क होंगे।
- चकराता रोड, जीएमएस रोड, गढ़ी कैंट से आने वाले वाहन रैंजर्स ग्राउंड, जनपथ कॉम्प्लेक्स व बिंदाल क्षेत्र में पार्क करेंगे।
- ईसी रोड, रिस्पना पुल, धर्मपुर व नेहरु कॉलोनी की तरफ से आने वाले वाहन दरबार साहिब व तहसील चौक पार्किंग का इस्तेमाल करेंगे।
- सहारनपुर चौक और पटेल नगर की ओर से आने वालों के लिए पुराना बस अड्डा, दून अस्पताल व नगर निगम परिसर को पार्किंग घोषित किया गया है।
टू-व्हीलर वालों के लिए गांधी इंटर कॉलेज व CNI स्कूल के पास पार्किंग की विशेष व्यवस्था रहेगी।
नो-एंट्री और लोडिंग वाहनों पर सख्ती
- सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक पलटन बाजार क्षेत्र में किसी भी लोडिंग वाहन का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित ही रहेगा।
- केवल टोकन जारी होने पर ही व्यापारी अपने वाहन बाजार में भी ला सकेंगे।
- सामान्य परिस्थितियों में विक्रम अपने निर्धारित रूट पर ही चलेंगे, लेकिन भीड़ अधिक होने पर उन्हें वैकल्पिक मार्ग से भी भेजा जाएगा।
सार्वजनिक परिवहन के लिए नया ड्रॉप प्वाइंट
- सिटी बसों का नया स्टॉप ओरिएंट चौक व रैंजर्स ग्राउंड तय किया गया है।
ट्रैफिक डाइवर्जन
जाम की स्थिति में पलटन बाजार, धामावाला व मच्छी बाजार को जीरो जोन घोषित किया जाएगा — वहां सिर्फ पैदल यात्रियों को ही प्रवेश मिलेगा।
पुलिस की अपील
- नो-पार्किंग में वाहन खड़े करने पर ₹1200 का जुर्माना लगेगा।
- जितना संभव हो सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
- ऑनलाइन शॉपिंग को प्राथमिकता दें व आखिरी समय की भीड़ से बचें।
- सभी मॉल व शॉपिंग कॉम्प्लेक्स अपनी बेसमेंट पार्किंग आम जनता के लिए अनिवार्य रूप से खोलें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई भी होगी।
एसएसपी अजय सिंह ने खुद घंटाघर व पलटन बाजार क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और पटाखा विक्रेताओं को निर्देश दिए कि बिक्री केवल अधिकृत स्थानों पर ही की जाए।




