Delhi Blast: आतंकियों के निशानों पर उत्तराखंड तक पहुंचीं सुरक्षा एजेंसियां, कई बार पकड़े जा चुके हैं संदिग्ध आतंकी
उत्तराखंड: आतंकियों की पनाहगाह नहीं बनने देगा पहाड़, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क – कई बार पकड़े जा चुके हैं संदिग्ध आतंकी
देहरादून: आतंकी घटनाओं से भले ही उत्तराखंड का सीधा जुड़ाव कभी नहीं रहा हो, लेकिन आतंकियों के नेटवर्क व उनके कदमों के निशान कई बार यहां तक पहुंचे हैं। देश की सुरक्षा एजेंसियां समय-समय पर राज्य में सक्रिय या पनाह लेने वाले संदिग्ध आतंकियों तक भी पहुंचती रही हैं। कभी यहां नेटवर्क खड़ा करने की कोशिश हुई तो कभी बड़ी घटनाओं के बाद आतंकियों ने राज्य को शरणस्थली भी बनाया।
उत्तराखंड पुलिस व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर अब तक कई आतंकियों व उनके समर्थकों को खोज निकाला है। राज्य पुलिस का कहना है कि किसी भी देशविरोधी तत्व को उत्तराखंड में पैर जमाने नहीं दिए जाएंगे। इसके लिए सभी एजेंसियों के साथ समन्वय कर लगातार खुफिया सूचनाएं भी जुटाई जा रही हैं।
खालिस्तान से लेकर आईएसआईएस तक के निशान
1980 के दशक में खालिस्तानी आतंकवाद के दौरान ऊधम सिंह नगर जिला प्रभावित भी हुआ था। उस समय पुलिस व आतंकियों के बीच कई मुठभेड़ें हुईं। पंजाब पुलिस ने भी यहां की स्थानीय पुलिस के साथ कई ऑपरेशन भी चलाए।
1990 के दशक में इन नेटवर्कों को भले ही ध्वस्त कर दिया गया, लेकिन आतंकियों ने उत्तराखंड को सुरक्षित पनाहगाह की तरह इस्तेमाल भी किया।
2015 में नाभा जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड परमिंदर उर्फ पेंदा को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।
वहीं गढ़वाल क्षेत्र, खासकर हरिद्वार व रुड़की, में भी कई बार केंद्रीय एजेंसियां आतंकियों का पीछा करते यहां पहुंचीं। इनमें लश्कर-ए-तैयबा, आईएसआई नेटवर्क, और गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल से जुड़े लोग शामिल भी रहे।
वर्ष 2016 में हरिद्वार से आईएसआईएस के चार संदिग्ध आतंकी भी पकड़े गए थे, जो अर्धकुंभ के दौरान बड़ी वारदात की योजना भी बना रहे थे।
कब-कब पकड़े गए संदिग्ध आतंकी
- 06 फरवरी 2018: लश्कर-ए-तैयबा नेटवर्क से जुड़े अब्दुल समद को गिरफ्तार किया गया। यह हवाला के जरिए धन जुटा रहा था।
- 20 अप्रैल 2018: यूपी एटीएस ने डीडीहाट से रमेश सिंह कन्याल को पकड़ा, जो आईएसआई को गुप्त जानकारी भेजता था।
- 10 सितंबर 2018: ऊधम सिंह नगर से खालिस्तानी मूवमेंट से जुड़े दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
- 17 सितंबर 2018: धारचूला से एक संदिग्ध पकड़ा गया, जिस पर तत्कालीन रक्षामंत्री की हत्या की साजिश रचने का आरोप था।
- 06 जून 2019: बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए हथियार सप्लाई करने वाले हरचरण सिंह को ऊधम सिंह नगर से गिरफ्तार किया गया।
- 21 जुलाई 2019: नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी के 52 लोगों के खिलाफ जांच शुरू की, जो सोशल मीडिया पर खालिस्तानी विचारधारा फैला रहे थे।
- 01 फरवरी 2020: यूपी एटीएस ने रुड़की से खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स के सदस्य आशीष सिंह को पकड़ा।
- 03 नवंबर 2022: यूपी एटीएस और उत्तराखंड एसटीएफ ने मिलकर गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल से जुड़े एक संदिग्ध को ज्वालापुर से गिरफ्तार किया।




