हरिद्वार में अवैध दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़, एनसीबी और औषधि विभाग की संयुक्त कार्रवाई
हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र स्थित सेक्टर आईआईडीसी में एक अवैध दवा निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। बिना लाइसेंस के संचालित की जा रही इस फैक्ट्री पर एनसीबी, राज्य औषधि विभाग व हरिद्वार पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इसे सील भी कर दिया और संदिग्ध दवाओं को जब्त भी किया।
फूड लाइसेंस पर बना रहा था दवाएं
कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री में मौजूद सुनील कुमार वर्मा, निवासी बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश), ने खुद को कंपनी का मालिक ने बताया। पूछताछ में सामने आया कि वह फूड लाइसेंस के आधार पर अवैध रूप से दवाओं का निर्माण भी कर रहा था। फैक्ट्री के पास किसी भी प्रकार का दवा निर्माण संबंधी वैध लाइसेंस ही नहीं पाया गया।
नारकोटिक्स की दवाएं और कच्चा माल जब्त
संयुक्त टीम ने फैक्ट्री से नारकोटिक्स की आशंका वाली दवाएं, कच्चा माल व अन्य उपकरण जब्त कर लिए हैं। दवाओं के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
एनसीबी को पहले से थी जानकारी
बताया जा रहा है कि एनसीबी दिल्ली को एक पुराने नारकोटिक्स केस की जांच के दौरान इस अवैध फैक्ट्री की जानकारी भी मिली थी। सूचना के आधार पर संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री पर तत्काल दबिश दी और वहां चल रही गतिविधियों का परदा फाश भी किया।
फैक्ट्री सील, मालिक हिरासत में
कार्रवाई के बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया है और आरोपी को हिरासत में लेकर एनसीबी की टीम दिल्ली अपने साथ ही ले गई है। मौके पर औषधि निरीक्षक अनीता भारती (CDSCO), राज्य औषधि विभाग व हरिद्वार पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि
स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और इस प्रकार के अवैध कारोबार पर सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।



