अनुशासनहीनता के आरोप में दरोगा और सिपाही का ट्रांसफर, पुलिस महकमे में हलचल
STF की जांच में नाम आने के बाद गढ़वाल रेंज से कुमाऊं रेंज अटैच किए गए दो पुलिसकर्मी

उत्तराखंड पुलिस विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता को लेकर चल रही सख्ती के तहत गढ़वाल रेंज कार्यालय में तैनात दरोगा लोकेंद्र सिंह और सिपाही अभिषेक चौधरी को कुमाऊं रेंज ट्रांसफर कर दिया गया है। दोनों पर विभिन्न जांचों में अनुचित हस्तक्षेप करने और अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं।
STF जांच से जुड़े मामले में बढ़ा संदेह
यह कार्यवाही ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में STF ने कुख्यात अपराधी प्रवीण वाल्मीकि के भतीजे मनीष बॉलर को गिरफ्तार किया था। मनीष, जो कि एक पूर्व भाजपा पार्षद था, पर लोगों को कीमती जमीनों के लिए धमकाने के आरोप लगे थे। इसके बाद प्रवीण वाल्मीकि को सितारगंज जेल से अल्मोड़ा जेल शिफ्ट किया गया।
STF की इस जांच में रेंज कार्यालय में तैनात दो अन्य सिपाहियों के नाम भी सामने आए, जिन्हें पहले ही कुमाऊं रेंज में अटैच किया जा चुका है।
बिना विभागीय जांच, सीधे ट्रांसफर पर उठ रहे सवाल
सूत्रों के मुताबिक, दरोगा लोकेंद्र सिंह और सिपाही अभिषेक चौधरी पर आरोप है कि वे रेंज कार्यालय में चल रही जांचों में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे थे। मामला जब पुलिस मुख्यालय के संज्ञान में आया, तो उन्हें भी तत्काल प्रभाव से कुमाऊं रेंज स्थानांतरित कर दिया गया।
हालांकि, इस मामले में अब तक कोई विभागीय जांच के आदेश जारी नहीं किए गए हैं, जिससे पुलिस विभाग में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
पुलिस मुख्यालय की चेतावनी: अनुशासनहीनता पर सख्त कार्रवाई
ADG कानून व्यवस्था डॉ. वी. मुरुगेशन ने कहा:
“प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों के अनुशासन और आचरण पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। यदि कोई भी पुलिसकर्मी मानकों के विपरीत आचरण करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
अब तक का घटनाक्रम संक्षेप में:
घटना | विवरण |
---|---|
आरोपी अधिकारी | दरोगा लोकेंद्र सिंह, सिपाही अभिषेक चौधरी |
स्थानांतरण | गढ़वाल रेंज से कुमाऊं रेंज |
आरोप | जांच में हस्तक्षेप, अनुशासनहीनता |
संदर्भ मामला | प्रवीण वाल्मीकि गैंग से संबंधित STF जांच |
पुलिस मुख्यालय का रुख | अनुशासनहीनता पर सख्ती, विभागीय जांच फिलहाल नहीं |