उत्तराखंड

आपदाग्रस्त इलाकों में पीड़ा देखकर भावुक हुईं केदारनाथ विधायक, विपक्ष की टिप्पणी पर बोलीं—‘मां के आंसुओं का मजाक न बनाएं’

रुद्रप्रयाग। आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रही केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने विपक्ष की उन टिप्पणियों पर कड़ा जवाब भी दिया है, जिसमें उनके आंसुओं को मुद्दा भी बनाया गया था। विधायक ने कहा कि बसुकेदार क्षेत्र उनके लिए बच्चे के समान है और इस आपदा में अपनों को खोने का दर्द हर किसी की आंखें भी नम कर देता है। प्रभावित परिवारों से मिलते वक्त उनके भी आंसू छलक पड़े, लेकिन विपक्ष इसे राजनीतिक रंग देकर जनता को गुमराह करने की कोशिश भी कर रहा है।

आशा नौटियाल ने कहा कि वे लगातार आपदा पीड़ितों से मिल भी रही हैं और मौके पर उनकी समस्याओं के समाधान के प्रयास भी किए जा रहे हैं। उन्होंने विपक्ष से साफ राजनीति करने की अपील करते हुए कहा कि मां के आंसुओं पर सवाल उठाना अनुचित भी है। “अपनों को खोने का दर्द वही समझ सकता है जिसने इसे झेला भी हो। महिलाओं के आंसुओं पर टिप्पणी करना कहां तक सही है? जनता ऐसे असंवेदनशील व्यवहार को कभी भी माफ नहीं करेगी।

विधायक ने कहा कि छेनागाड़ बाजार पूरी तरह से मलबे में समा गया है, जबकि ताल जामण क्षेत्र में कई आवासीय मकान आपदा की चपेट में भी आ गए हैं। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि ऐसे हालात देखकर पत्थरदिल इंसान की आंखें भी नम ही हो जाएंगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार और प्रशासन लगातार राहत व पुनर्वास कार्यों को तेज़ी से अंजाम भी दे रहे हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द सहारा भी मिल सके।

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