स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पीएम मोदी का संबोधन – ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ लॉन्च करने की घोषणा
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नई दिल्ली। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पपीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। करीब 103 मिनट चले अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा व आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आगे बढ़ाने का आह्वान भी किया।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में “सुदर्शन चक्र मिशन” की शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा कि यह भारत की महत्वाकांक्षी रक्षा योजना भी है, जिसका उद्देश्य अगले 10 वर्षों के भीतर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ व आधुनिक बनाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरणा लेते हुए इस मिशन का नाम भी रखा गया है।
उन्होंने कहा, “2035 तक भारत अपनी सुरक्षा कवच को विस्तार देने, मजबूत करने व पूरी तरह आधुनिक बनाने का लक्ष्य लेकर भी चल रहा है। यह संपूर्ण रक्षा प्रणाली भारत में ही विकसित, शोधित व निर्मित की जाएगी और इसमें हमारे युवाओं की प्रतिभा की अहम भूमिका होगी।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि यह स्वदेशी प्रणाली आतंकी हमलों से न केवल प्रभावी तरीके से मुकाबला करेगी बल्कि आतंकवादियों पर प्रहार करने में सक्षम भी होगी। उन्होंने कहा कि ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ आयरन डोम जैसी अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली की भारतीय रूपरेखा भी है, जिसे नागरिक व सामरिक दोनों क्षेत्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही डिजाइन किया जाएगा।
पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर देशभर में सैन्य बैंड प्रदर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पहली बार स्वतंत्रता दिवस-2025 की शाम को देश भर में विभिन्न स्थानों पर सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल, एनसीसी, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, बीएसएफ, आरपीएफ व असम राइफल्स के 140 से अधिक सैन्य बैंड देशभक्ति के प्रदर्शन भी करेंगे। इसका उद्देश्य नागरिकों में देशभक्ति की भावना को और अधिक प्रबल करना व ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ऐतिहासिक सफलता का जश्न भी मनाना है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा भी फहराया। उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ व तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे।




