“एग्री मित्रा उत्तराखण्ड 2025” महोत्सव की जोर-शोर से तैयारी शुरू, कृषि मंत्री गणेश जोशी ने की समीक्षा बैठक
कृषि, नवाचार और स्थानीय उत्पादों को मिलेगा मंच – 14-15 जून को देहरादून में होगा भव्य आयोजन
देहरादून : उत्तराखण्ड में पहली बार आयोजित होने जा रहा “एग्री मित्रा उत्तराखण्ड 2025” महोत्सव कृषि क्षेत्र में नवाचार, आत्मनिर्भरता और स्थानीय उत्पादों के उत्थान की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल भी बनता जा रहा है। आगामी 14-15 जून को देहरादून के गढ़ीकैंट स्थित जसवंत ग्राउंड में इस महोत्सव का भव्य आयोजन भी किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने आज सोमवार को कैंप कार्यालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
महोत्सव को सफल बनाने के निर्देश
बैठक में कृषि मंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर शौचालय, पेयजल, स्वच्छता व सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध और व्यवस्थित ढंग से पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को सक्रिय रहने को भी कहा।
कौन होंगे शामिल?
कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे:
- उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों से आए किसान, एफपीओ, कृषि स्टार्टअप्स
- विश्वविद्यालय और अनुसंधान संस्थानों के प्रतिनिधि
- स्वयं सहायता समूह (SHGs)
- कृषि विश्वविद्यालयों के छात्र
- और अन्य राज्यों से आए कृषि मंत्री व विशेषज्ञ।
कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान व सीएम पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में किया जाएगा।
महोत्सव की प्रमुख आकर्षणियाँ
- स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी
- SHGs द्वारा तैयार जैविक और पारंपरिक उत्पादों का प्रदर्शन
- मोटे अनाज (मिलेट्स) पर विशेष चर्चा: पोषण, संभावनाएं, और बाज़ार से जुड़ी जानकारी
- वैज्ञानिक सत्र: कृषि वैज्ञानिकों के साथ संवाद
- नवाचार मंच: आधुनिक तकनीक व इनोवेटिव मॉडल्स की झलक
किसानों के लिए सुनहरा अवसर
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि
यह महोत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखण्ड की कृषि को नई दिशा देने की कोशिश है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों को पारंपरिक खेती से आगे ले जाकर आधुनिक, तकनीकी व बाज़ारोन्मुख खेती से जोड़ना चाहती है। यह आयोजन नए विचारों, तकनीकों और नेटवर्किंग का एक सशक्त मंच साबित होगा।
मंत्री ने सभी किसानों से इस महोत्सव में सक्रिय भागीदारी की अपील की और कहा कि यह मंच उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध व टिकाऊ खेती की ओर ले जाएगा।
बैठक में उपस्थित रहे
बैठक में कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, बागवानी मिशन निदेशक महेंद्र पाल, संयुक्त निदेशक डॉ. रतन कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह, एमडी जैविक बोर्ड विनय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।




