
उत्तराखंड में हालिया बाढ़ और भूस्खलन से उत्पन्न आपदा की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देहरादून पहुंचे। यहां जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरप्रीत सिंह ने किया।
हालांकि प्रधानमंत्री का आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण प्रस्तावित था, लेकिन खराब मौसम के चलते यह दौरा रद्द करना पड़ा।
रेस्ट हाउस में तीन अहम बैठकें, राहत पैकेज का ऐलान
हवाई सर्वेक्षण रद्द होने के बाद प्रधानमंत्री स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तीन उच्च स्तरीय बैठकें कीं। बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के लिए एक ₹1200 करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की।
इस पैकेज के तहत:
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मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
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घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता मिलेगी।
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जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन्हें ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत पूर्ण सहयोग मिलेगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर पुनर्निर्माण में केंद्र की पूरी मदद
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार उत्तराखंड में सड़कें, स्कूल, आवास और अन्य ढांचागत सुविधाएं दोबारा खड़ी करने में राज्य सरकार को हर संभव सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के अंतर्गत क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण के लिए विशेष परियोजनाएं चलाई जाएंगी।
केंद्र से आई विशेष टीमें आपदा से हुए नुकसान का आकलन कर रही हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी।
आपदा प्रभावितों और राहतकर्मियों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की और उनके दुख में सहभागी बने। साथ ही उन्होंने एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और ‘आपदा मित्र’ स्वयंसेवकों से मुलाकात कर उनके साहस और समर्पण की सराहना की।
उन्होंने कहा कि:
“आपदा की घड़ी में केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे। हर पीड़ित तक मदद पहुंचाई जाएगी। पुनर्वास और पुनर्निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी।”