उत्तराखंड में रेड अलर्ट: अगले तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी, 72 से अधिक मार्ग बंद, बदरीनाथ और यमुनोत्री हाईवे प्रभावित

उत्तराखंड में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश का कहर भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों (29 जून से 1 जुलाई) तक प्रदेश के 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने जानकारी दी कि
देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर जिलों के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना भी है। साथ ही रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ व बागेश्वर में भी भारी बारिश के कई दौर की चेतावनी भी जारी की गई है।
लोगों को किया गया सतर्क
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अगले कुछ दिनों तक नदी-नालों के पास न जाएं, पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा से बचें, और दिन-रात सतर्क रहें, क्योंकि जलभराव, भूस्खलन व नदी-नालों के जलस्तर में अचानक ही वृद्धि की आशंका है।
श्रीनगर में अलकनंदा का जलस्तर बढ़ा
श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों को अलर्ट भी कर दिया है और तटवर्ती इलाकों में निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
बदरीनाथ हाईवे समेत 72 मार्ग बंद
भारी बारिश के चलते राज्यभर में 72 से ज्यादा सड़क मार्ग भी बंद हो गए हैं। सबसे ज्यादा 21 मार्ग चमोली जिले में बाधित हुए हैं।
- बदरीनाथ हाईवे पर पार्थाडीप व सिरोहबगड़ में भूस्खलन के कारण मार्ग देर रात से बंद है।
- सोनला में दलदल बनने से वाहन फंसे हुए हैं।
- कर्णप्रयाग-नैनीताल हाईवे रंडोली के पास मलबा आने से बंद हो गया है, जिससे हाईवे के दोनों ओर यात्री फंसे हैं।
- यमुनोत्री हाईवे पर पालिगाड़, कुथनोर और झाझरगड़, जबकि
- गंगोत्री हाईवे पर नेताला, बिशनपुर, लालढांग और नालूणा में मार्ग अवरुद्ध हैं।
कई लोग जोखिम उठाकर मलबे के बीच से रास्ता पार कर रहे हैं, जिससे प्रशासन को रेस्क्यू व सुरक्षा कार्यों में दिक्कतें भी हो रही हैं। एनएच व लोक निर्माण विभाग की टीमें मार्गों को खोलने में जुटी हैं।
सावधानी ही सुरक्षा: प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि खराब मौसम को देखते हुए गैर-जरूरी यात्रा से बचें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन भी करें।