देहरादून : उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और संगठन के प्रशासन प्रभारी सूर्यकांत धस्माना ने मिलावटी कुट्टू के आटे से बीमार पड़े मरीजों का दून अस्पताल जाकर हाल-चाल भी जाना। उन्होंने इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य में बढ़ती मिलावटखोरी पर चिंता जताई और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग भी की।
धस्माना ने कहा कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन राज्य में मिलावटखोरों के कारण जो बीमारियां फैली हैं, उससे राज्य में खाद्य सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। 30 और 31 मार्च को राजधानी देहरादून और हरिद्वार में कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से सैकड़ों लोग गंभीर रूप से बीमार भी हो गए थे, और कई लोग तो मरने से बचे। यह घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि राज्य में खाद्य सुरक्षा के इंतजाम पूरी तरह से विफल ही हो गए हैं और मिलावटखोरों के हौसले भी बुलंद हो गए हैं।
धस्माना ने आरोप लगाया कि खाद्य सुरक्षा विभाग त्योहारों के दौरान सक्रिय होता है, लेकिन उसके द्वारा किए गए सैंपल्स में भी कोई सख्त कार्रवाई ही नहीं होती। इससे मिलावटखोरों में कोई डर नहीं रहता, और वे अपनी मनमानी करते रहते हैं। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और कुट्टू आटे के मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के साथ-साथ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई भी की जाए।
धस्माना के साथ दून अस्पताल जाने वालों में प्रदेश कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिनेश कौशल, नगर निगम पार्षद अभिषेक तिवारी, कांग्रेस नेता अर्जुन पासी और अनुज दत्त शर्मा भी शामिल थे।




