हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पर राज्य सरकार का शिकंजा, ईडी को संपत्ति जांच की संस्तुति
हल्द्वानी हिंसा के मास्टर माइंड में राज्य सरकार शिकंजा कसने लगी है। जिला प्रशासन और पुलिस की संस्तुति पर पुलिस महानिदेशक ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र भेजा है। पत्र में अब्दुल मलिक की संपत्ति और उसके संस्था में आए पैसे की जांच करने की संस्तुति की गई है। ईडी जल्द मलिक के संपत्ति की जांच शुरू कर सकती है।
आठ फरवरी को बनभूलपुरा में सरकारी भूमि से धार्मिक स्थल हटाने के दौरान उपद्रव हुआ था। इस दौरान पत्थरबाजी से लेकर गोली भी चली थी। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना फूंक दिया था। उपद्रव में पांच लोगों की मौत हुई। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए यहां कर्फुय भी लगाया गया था।
पुलिस और प्रशासन की जांच में अब्दुल मलिक को उपद्रव का मास्टमाइंड बताया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने अब्दुल मलिक की संपत्ति की जांच की थी। प्रशासन के अनुसार जांच में फर्जी संस्थान के संचालन, संस्था में बाहरी पैसों का लेनदेन, झूठे स्टांप में जमीनों का क्रय-विक्रय, अवैध निर्माण, सरकारी भूमि पर कब्जा आदि मामले सामने आए थे।
इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने अब्दुल मलिक की संपत्ति संस्था की जांच आदि प्रकरणों की ईडी जांच कराने के लिए पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को पत्र भेजा था। इस पत्र के आधार पर कार्रवाई के लिए अब पुलिस महानिदेशक ने ईडी को अपनी संस्तुति की है। पत्र में लिखा है कि मलिक के पास हल्द्वानी के अतिरिक्त बाहरी प्रदेशों व संस्थानों में पैसों का लेनदेन व परिचालन किया जा रहा है। राज्य के अलावा अन्य प्रदेशों में भी इनकी बेनामी संपत्ति होना प्रकाश में आया है।
जांच में सामने आया है कि अब्दुल मलिक ने फर्जी संस्था के माध्यम से धन शोधन किया। इसमें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का उल्लघंन हुआ है। इसी को आधार बनाते हुए ईडी से जांच की सस्तुति की गई है।