चारधाम यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की समस्या बनी चुनौती, मरम्मत अगले साल तक पूरी होने की उम्मीद
चारधाम मार्ग पर भूस्खलन बनी चुनौती, एनएच ने किया उपचार का वादा
चारधाम मार्ग पर भूस्खलन की समस्या अब बड़ी चुनौती बन गई है। खासतौर पर नेशनल हाइवे (एनएच) के अधीन चारधाम मार्ग पर 42 ऐसे स्थान हैं, जहां भूस्खलन की समस्या देखी जा रही है। इन स्थानों पर सुधार कार्य के लिए एनएच विभाग सक्रिय है, लेकिन अधिकांश कार्य अगले वर्ष तक पूरे होने की संभावना जताई जा रही है।
चारधाम मार्ग का चौड़ीकरण कार्य पूरा होने के बाद यात्रा अब सुगम हो गई है, साथ ही समय की भी बचत हो रही है। हालांकि, मार्ग पर भूस्खलन की समस्या अभी भी बरकरार है। एनएच के मुख्य अभियंता दयानंद के अनुसार, एनएच के अंतर्गत चारधाम मार्ग पर 42 स्थानों को भूस्खलन से प्रभावित भी पाया गया है। इसके अलावा, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधीन भी करीब 25 स्थानों पर भूस्खलन की समस्या है।
इस समय 42 में से 39 स्थानों पर कार्य चल रहा है, जबकि 3 स्थानों का प्रस्ताव जल्द ही तैयार किया जाएगा। एनएच ने इन कार्यों को अगले वर्ष जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें लगभग डेढ़ हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।




