“जिन्होंने मांग का सिंदूर उजाड़ा, सेना ने उन्हें उजाड़ फेंका”: भगवानपुर में गरजीं कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या
कामकाजी महिला छात्रावास का भूमि पूजन, महालक्ष्मी व किशोरी किट का वितरण भी किया गया
भगवानपुर | उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने आज बुधवार को भगवानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान पर भारत की कड़ी कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा,
“जिन आतंकियों और उनके आकाओं ने भारतीय महिलाओं की मांग का सिंदूर उजाड़ा था, भारत की सेना ने उन्हें मिट्टी में मिला दिया।”
मंत्री रेखा आर्या यहां कामकाजी महिला छात्रावास के भूमि पूजन कार्यक्रम में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की महिला शक्ति और पराक्रम का प्रतीक है।
“आज भारत ने दुनिया को दिखा दिया कि जब हमारे सम्मान पर हमला होता है, तो हम चुप नहीं बैठते,”।
महिला सशक्तिकरण के लिए नया छात्रावास
रेखा आर्या ने जानकारी दी कि 279.05 लाख रुपये की लागत से बनने वाला यह छात्रावास लगभग 750 वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार भी होगा, जिससे भगवानपुर और आस-पास की कामकाजी महिलाओं को आवास संबंधी समस्याओं से राहत भी मिलेगी।
महिला अधिकारियों की मौजूदगी बनी प्रेरणा
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी भारतीय सेना की दो महिला अधिकारियों द्वारा दिए जाने पर मंत्री ने कहा, “यह दृश्य अपने आप में बताता है कि भारत की बेटियां सिर्फ सीमाओं की रक्षक ही नहीं, बल्कि निर्णायक भी बन चुकी हैं।”
महालक्ष्मी और किशोरी किट का वितरण
कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री ने पात्र महिलाओं और किशोरियों को महालक्ष्मी किट और किशोरी किट का वितरण किया। इसके साथ ही, ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत छात्रावास स्थल पर पौधारोपण भी किया गया।
उपस्थित प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी
इस मौके पर राज्य मंत्री श्याम वीर सैनी, विधायक ममता राकेश, उपनिदेशक विक्रम सिंह, डीपीओ सुलेखा सहगल, राज्य परियोजना अधिकारी आरती बलोदी, और धर्मवीर सिंह समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
“ऑपरेशन सिंदूर भारत की शक्ति और संकल्प का प्रतीक है – और महिला सशक्तिकरण उसी शक्ति की जीवंत अभिव्यक्ति है।” – रेखा आर्या




