उत्तराखंडधर्म
आज पत्थरचट्टी रामबाग से निकली जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की ऐतिहासिक पेशवाई, 108 स्थानों पर हुआ स्वागत
9 जनवरी को जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की भव्य पेशवाई पत्थरचट्टी रामबाग से शुरू हुई, जिसमें शंकराचार्य का 108 जगहों पर भव्य स्वागत किया गया। पेशवाई के दौरान हजारों लोग स्वागत के लिए उपस्थित रहे, और जगह-जगह ढोल-ताशे, डमरू नृत्य आदि आकर्षण का केंद्र बने। शंकराचार्य ने इस यात्रा को गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के समर्पित किया। यात्रा मार्ग में प्रशासन को जाम के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, और वे कुम्भ मेला शिविर में पहुंचकर समाप्त हुई।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की पेशवाई 9 जनवरी को पत्थरचट्टी रामबाग से निकली और शंकराचार्य का 108 जगहों पर स्वागत हुआ शंकराचार्य के स्वागत में हजारों की संख्या में लोग खड़े रहे और जगह-जगह पर स्वागत किया।
आकर्षक का केंद्र रहें संत महात्मा, ढोल ताशे डमरू नृत्य आदि। जगद्गुरु शंकराचार्य ने गौ माता को राष्ट माता घोषित करने के लिए इसको समर्पित किया है। यह पेशवाई ऐतिहासिक रहीं। पूरे रास्ते में जाम लग गया था प्रसाशन के हाथ पांव फूल गए। पत्थरचट्टी से मलाका सब्जी मंडी, मोती महल चौराहा, चमेली बाई धर्मशाला,जानसेनगंज,चौक घंटाघर, बहादुर गंज कीटगंज होते हुए बांध के रास्ते कुम्भ मेला में प्रवेश करते हुए शंकराचार्य शिविर में पहुंची।




