
उत्तराखण्ड पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए वर्ष 2020 से फरार 25 हजार रुपये के ईनामी अपराधी गुरदीप सिंह को हिमाचल प्रदेश के ऊना से गिरफ्तार किया है। गुरदीप सिंह पर रुद्रपुर में लाखों रुपये की ठगी व धोखाधड़ी करने का आरोप था।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नवनीत सिंह भुल्लर के मार्गदर्शन में एसटीएफ की कुमायूँ यूनिट ने पिछले एक महीने से अपराधी की तलाश में कड़ी मेहनत की थी। पुलिस ने तकनीकी और भौतिक सूचनाओं का विश्लेषण कर गुरदीप सिंह की पहचान स्थापित की और उसे ऊना, हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया। पकड़े गए ईनामी अपराधी के खिलाफ 22 नवंबर 2020 को रुद्रपुर के कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज हुआ था।
गुरदीप सिंह ने किया था लाखों की ठगी
गुरदीप सिंह और उसके साथी ने मेरठ के सेवानिवृत्त ले. कर्नल रक्षित कुमार से मकान और प्लॉट दिखाने के नाम पर कुल 27,37,000 रुपये की ठगी भी की थी। इस घटना के बाद से ही वह फरार था और पिछले 4 वर्षों से उसकी कोई खबर नहीं थी।
एसटीएफ की विशेष टीम ने किया गिरफ़्तारी का सफल अभियान
गुरदीप सिंह की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की विशेष टीम द्वारा किए गए तकनीकी विश्लेषण में उसकी फिंगरप्रिंट्स, वॉयस सैंपल्स व अन्य दस्तावेजों का पुनः जांच की गई। इसके बाद टीम ने संदिग्ध व्यक्ति के रूप में हिमाचल प्रदेश में बॉबी ठाकुर नाम के व्यक्ति के आधार कार्ड से गुरदीप सिंह की पहचान की। टीम ने विभिन्न सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल कर चेहरे का मिलान भी किया, और पहचान पक्की होने पर उसे गिरफ्तार भी कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद, गुरदीप सिंह को न्यायालय में पेश किया गया। एसटीएफ की इस कार्यवाही में उ0नि0 बृजभूषण गुररानी और अ0उ0नि0 प्रकाश भगत की महत्वपूर्ण भूमिका भी रही।
ईनामी अपराधी की गिरफ्तारी में एसटीएफ की मेहनत को सराहा गया
उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय द्वारा ईनामी अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह गिरफ्तारी की गई। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर एसटीएफ ने यह अभियान चलाया था, और एसटीएफ की टीम की मेहनत से इस बड़े अपराधी को पकड़ा भी गया।