उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय: कर्मचारियों की भूख हड़ताल

विवि प्रशासन लगातार कर्मचारियों की लापरवाही कर रहा है। कर्मचारियों का छह माह से पगार रोका गया है और सेवा भी आगे नहीं बढ़ाई जा रही है। विवि प्रशासन से कई बार वार्ता के बावजूद मामले का हल नहीं निकल रहा है। हर बार यही कहा जाता है कि जल्द पगार भुगतान कर दिया जाएगा जिससे गुस्साए कर्मचारियों ने बुधवार से भूख हड़ताल का एलान कर दिया है। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों (उपनल व पीआरडी) को छह माह से न पगार मिला और ना ही सेवा विस्तार। जिस कारण कर्मचारी मानसिक व आर्थिक परेशानी झेल रहे हैं। हैउपनल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के विभागाध्यक्ष अशोक कुमार का कहना है कि विवि प्रशासन लगातार कर्मचारियों की उपेक्षा कर रहा है। कर्मचारी समय-समय पर मौखिक व लिखित रूप में अपनी पीड़ा अधिकारियों के सामने रखते रहे हैं। स्थाई नियुक्ति से पहले विवि आउटसोर्स पर अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं करेगा पर विवि प्रशासन इस आदेश की भी अवहेलना कर रहा है। ऐसे में सिवाय आंदोलन के कोई रास्ता नहीं बचा है। कर्मचारी बुधवार से बेमियादी भूख हड़ताल शुरू कर रहे हैं। जिससे संबंधित पत्र कुलपति, मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भी भेज दिया गया है।