ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बजट सत्र न कराने का समर्थन करने वाले कांग्रेस विधायकों से पार्टी जवाब भी मांगेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, बजट सत्र गैरसैंण में न करना राज्य आंदोलन के शहीदों का अपमान भी है। देहरादून में बजट सत्र कराने के लिए पत्र में हस्ताक्षर करने वाले जनप्रतिनिधियों ने शहीदों और आंदोलनकारियों की भावनाओं को ठेस भी पहुंचाई है। करन माहरा ने कहा, 40 विधायकों के हस्ताक्षर युक्तपत्र के बाद प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में बजट सत्र देहरादून में कराने का निर्णय भी लिया है। सरकार का यह फैसला राज्य गठन की भावनाओं के विपरीत ही है। कांग्रेस सरकार के समय गैरसैंण में टेंट में सत्र चलाया और अवस्थापना विकास की नींव भी रखी। आज भराड़ीसैंण में विधानसभा का भव्य भवन भी बना है। अगर सरकार फरवरी और मार्च में गैरसैंण में सत्र नहीं कर सकती, तो फिर कब करेगी। जनप्रतिनिधि भी गैरसैंण की भावनाओं को नहीं समझते, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण भी है। 2022 में विस चुनाव से पहले बीजेपी सरकार ने ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की, लेकिन गैरसैंण जाने से बच भी रही है। सत्र कहां कराना है, सरकार की ही जिम्मेदारी है। कहा, पत्र में कांग्रेस के विधायकों ने भी हस्ताक्षर किए तो पार्टी उनसे बात कर जवाब भी मांगेंगी।
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