सावन की शिवरात्रि पर हरिद्वार में आस्था का सैलाब, सीएम धामी ने दी शुभकामनाएं
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हरिद्वार: पूरे उत्तराखंड में आज सावन की शिवरात्रि श्रद्धा, भक्ति व आस्था के रंग में रंगी नजर आ रही है। शिवभक्तों के जयकारों से हरिद्वार की फिज़ा ‘बम-बम भोले’ और ‘जय शिव शंकर’ के नारों से भी गूंज रही है। शिवालयों में रात से ही जलाभिषेक व पूजा-अर्चना का सिलसिला भी शुरू हो गया है। कांवड़ लेकर लौटे श्रद्धालु अपने घरों के निकट शिव मंदिरों में जल चढ़ाकर व्रत का समापन भी कर रहे हैं।
दक्षेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाब
हरिद्वार के कनखल क्षेत्र स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर—जो भगवान शंकर की ससुराल भी माना जाता है- में शिवभक्तों की भारी भीड़ भी उमड़ी। रात से ही श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए कतार में ही लगे हुए हैं। मान्यता है कि सावन मास में भगवान शिव कनखल में ही वास करते हैं और इस दौरान की गई पूजा विशेष फलदायी भी होती है।
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सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दी शुभकामनाएं
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सावन शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए केदारनाथ, जागेश्वर धाम व आदि कैलाश के विडियो साझा कर भगवान शिव में अपनी आस्था भी प्रकट की। उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि व उत्तम स्वास्थ्य की कामना भी की।
भक्तों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
हरिद्वार समेत राज्य के सभी प्रमुख शिवालयों में पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए गए हैं। भीड़ को व्यवस्थित ढंग से नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग व पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।
ज्योतिषाचार्य की दृष्टि से शिवरात्रि का महत्व
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी के अनुसार, श्रावण मास का विशेष महत्व भी है। मान्यता है कि भगवान शिव ने दक्ष के यज्ञ भंग के बाद उन्हें पुनर्जीवन देकर वचन दिया था कि वे पूरे सावन मास दक्षेश्वर महादेव मंदिर में ही वास करेंगे। इस कारण सावन की शिवरात्रि पर इस स्थान पर जलाभिषेक करना विशेष फलदायक भी माना जाता है।
ऐसे करें पूजा, होगी मनोकामना पूर्ण
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी के अनुसार, 4 पहर की पूजा विशेष रूप से फलदायक होती है:
- पहले पहर में जल से अभिषेक
- दूसरे पहर में दूध से
- तीसरे पहर में घी से
- चौथे पहर में शहद से
साथ ही बेलपत्र अर्पण कर ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से भगवान शिव विशेष प्रसन्न भी होते हैं।
महंत रविंद्र पुरी ने बताई मान्यता
श्री महंत रविंद्र पुरी जी महाराज ने कहा कि
शिवरात्रि का दिन भक्तों के लिए अत्यंत शुभ भी है। हरियाणा, राजस्थान और पंजाब सहित कई राज्यों से कांवड़िए हरिद्वार में पहुंचे हैं। भगवान शिव को जल, दूध व अन्य रचनाओं से अभिषेक कर उनके प्रति आस्था प्रकट की जा रही है।
भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में होती है विशेष पूजा
शिवरात्रि के अवसर पर देशभर के 12 ज्योतिर्लिंगों में भी विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन भी किया गया है। श्रद्धालु अपने-अपने क्षेत्रों के मंदिरों में जलाभिषेक कर शिव आराधना में भी लीन हैं।





