कलेक्ट्रेट में बुजुर्ग और दिव्यांग फरियादियों के लिए डेडिकेटेड वाहन सुविधा जल्द
कलेक्ट्रेट में बुजुर्ग और दिव्यांग फरियादियों के लिए डेडिकेटेड वाहन सुविधा जल्द, अब बुजुर्ग और दिव्यांग फरियादियों को कलेक्ट्रेट में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अन्य विभागों तक पहुंचने में और आसानी होगी। पहले, इन फरियादियों को डीएम कार्यालय के वाहनों से संबंधित कार्यालयों तक भेजा जाता था, लेकिन अब जिलाधिकारी सविन बसंल ने इस प्रक्रिया को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए एक स्थायी और समर्पित वाहन की व्यवस्था की है। इस विशेष वाहन से बुजुर्ग और दिव्यांगजन अब विकास भवन, जिला समाज कल्याण, तहसील, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सीनियर सिटीजन सेल, महिला सेल सहित अन्य महत्वपूर्ण विभागों में आसानी से जा सकेंगे। इस सुविधा को सुदृढ़ करने के लिए जिलाधिकारी ने MG Comet से एक इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के आदेश जारी किए हैं, जिसे जल्द ही कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर तैनात किया जाएगा। इस वाहन में एक पीआरडी स्वयंसेवक भी तैनात रहेगा, जो दिव्यांग और वृद्धजनों की मदद करेगा और उन्हें संबंधित कार्यालयों तक सुरक्षित रूप से पहुंचाएगा। यह पहल बुजुर्गों और दिव्यांगों को जनता दर्शन और जनसुनवाई कार्यक्रम में अपनी समस्याओं का समाधान करवाने के लिए अतिरिक्त सहूलियत प्रदान करेगी।
देहरादून, 31 जनवरी 2025 – जिलाधिकारी सविन बसंल ने जनता दर्शन और जनसुनवाई कार्यक्रम में आने वाले बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए एक अभिनव पहल की है। उनके लिए शिकायतों के निस्तारण के लिए अन्य कार्यालयों तक परिवहन की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अब एक समर्पित वाहन की व्यवस्था की गई है। इस कार्य के लिए संबंधित आदेश जारी कर दिए गए हैं और जल्द ही यह वाहन उपलब्ध हो जाएगा।
अब तक, जनता दर्शन में आने वाले बुजुर्ग, दिव्यांग और जरूरतमंद फरियादी, जिनकी शिकायतों का निस्तारण अन्य विभागों जैसे सीनियर सिटीजन सेल, विकास भवन आदि में किया जाना होता था, उन्हें जिलाधिकारी के कार्यालय के वाहन से भेजा जाता था। अब जिलाधिकारी ने इस कार्य के लिए विशेष रूप से एक समर्पित वाहन की व्यवस्था की है। इसके लिए एमजी कॉमेट कंपनी को इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया गया है, जो जल्द ही कलेक्ट्रेट परिसर में तैनात किया जाएगा।
इस वाहन के साथ एक चालक और एक होमगार्ड को भी नियुक्त किया जाएगा, जो फरियादियों को संबंधित कार्यालयों तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। इस पहल से बुजुर्गों और दिव्यांगों को एक और बड़ी सुविधा मिलने जा रही है।




