क्या आपके नाम पर तो नहीं चल रहा फर्जी बैंक अकाउंट? साइबर ठगों ने बनाए अकाउंट्स और उड़ा दिए 120 करोड़
उत्तराखंड STF ने म्यांमार साइबर ठगी मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, 120 करोड़ की धोखाधड़ी का पर्दाफाश

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। STF ने देहरादून के महाराणा प्रताप चौक से म्यांमार साइबर ठगी मामले से जुडे़ 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी भारतीय नागरिकों के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट बनाकर म्यांमार में साइबर ठगी करने वाले ठगों को यह अकाउंट उपलब्ध भी करवा रहे थे।
दरअसल, 10 दिन पहले म्यांमार से 261 भारतीय नागरिकों को रेस्क्यू भी किया गया था। इन नागरिकों को विदेश में नौकरी का झांसा देकर एक साइबर कॉल सेंटर में जबरन काम करने पर मजबूर भी किया गया था। रेस्क्यू किए गए लोगों में से 22 लोग उत्तराखंड के ही निवासी थे। इन लोगों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि कुछ लोगों ने उत्तराखंड के निवासियों के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट भी बनाए थे।
इस मामले में तफ्तीश शुरू करने के बाद STF ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। STF के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपियों ने म्यांमार में फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले साइबर ठगों को बैंक अकाउंट का एक्सेस 1 प्रतिशत कमीशन के बदले ही उपलब्ध करवा दिया था।
STF के मुताबिक, इस पूरे प्रकरण में करीब 120 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी भी हुई है, जिसमें से इन दोनों आरोपियों को 1 करोड़ 20 लाख रुपये की रकम भी मिली है। STF का कहना है कि यह मामला और भी गहरे हो सकता है और संभव है कि इसमें और लोग शामिल हों। इस कारण STF ने आरोपियों को हिरासत में लेकर मामले की विस्तृत जांच भी शुरू कर दी है।
यह गिरफ्तारियां इस बात का सबूत हैं कि STF साइबर अपराधों पर कड़ी नजर रखे हुए है और अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास भी कर रही है।