Badrinath Yatra 2025: मंदिर दर्शन के लिए पैसे लेने पर होगी एफआईआर, बिना सत्यापन मजदूरों को धाम भेजने पर रोक
चारधाम यात्रा को लेकर जिलाधिकारी ने अधिकारियों और संबंधित संगठनों के साथ की बैठक, दिए सख्त निर्देश
चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने आज संबंधित अधिकारियों, टैक्सी यूनियन, होटल एसोसिएशन, लोक निर्माण विभाग (पीआईयू) व तीर्थपुरोहित संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान, उन्होंने यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए।
बदरीनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं से पैसे वसूलने पर होगी कड़ी कार्रवाई: बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अगर बदरीनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं से किसी प्रकार के पैसे लेने का मामला सामने आया, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज भी की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने 20 अप्रैल तक बदरीनाथ धाम में सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
श्रद्धालुओं के ठहरने और ट्रैफिक व्यवस्थाओं पर जोर: बैठक में बदरीनाथ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने बताया कि बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन लगभग 35 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि किसी भी पड़ाव पर श्रद्धालुओं को रोका नहीं जाना चाहिए। वहीं, पंडा पंचायत संघ के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी ने धाम में व्यवस्थित ट्रैफिक प्लान लागू करने, तीर्थ पुरोहितों के लिए यात्रा से पहले आवास सुविधा प्रदान करने और अलकनंदा में भरी गाद को हटाने की मांग भी की।
सुरक्षा और सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित: ब्रह्मकपाल तीर्थसंघ के अध्यक्ष अमित सती ने ब्रह्मकपाल में सुरक्षा इंतजामों को सुदृढ़ करने की बात भी उठाई। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल शाह ने क्षेत्र में लगे ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने की मांग की। होटल व्यवसायी टीका प्रसाद मैखुरी ने छोटे यात्रा पड़ावों पर सफाई और शौचालय की व्यवस्था को बेहतर बनाने की आवश्यकता भी जताई। अयोध्या हटवाल ने बदरीनाथ हाईवे किनारे नाली निर्माण की मांग भी की।
मजदूरों का सत्यापन अनिवार्य: जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने लोनिवि पीआईयू और अन्य निर्माण संस्थाओं को निर्देशित किया कि बिना सत्यापन के किसी भी मजदूर को बदरीनाथ न भेजें। पुलिस प्रशासन को भी इस पर लगातार निगरानी रखने के आदेश भी दिए। उन्होंने कहा कि पिछले साल कुछ मजदूर बिना सत्यापन के बदरीनाथ पहुंच गए थे, जिससे असुविधाएं पैदा हुई थीं।
विदेशी नागरिकों के ठहरने पर कड़ी निगरानी: पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने यात्रा पड़ावों के होटलों में विदेशी नागरिकों के ठहरने के संबंध में होटल संचालकों को आवश्यक रूप से फार्म सी भरने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि यदि फार्म सी नहीं भरा गया तो संबंधित होटल संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने बदरीनाथ में मजदूरों का सत्यापन प्राथमिकता के साथ करने का निर्देश भी दिया।
अधिकारियों का ध्यान यात्रा व्यवस्थाओं पर: जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि सभी योजनाएं धरातल पर लागू होनी चाहिए और किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। इस दौरान, यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात भी कही गई।
इस बैठक के बाद, यात्रा के संचालन के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे, ताकि चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।




