
भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) आगामी 9 फरवरी को प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन करने जा रही है, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक की मौजूदगी में पार्टी के शीर्ष नेता और पदाधिकारी भाग लेंगे। यह कार्यशाला पार्टी की संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया पर केंद्रित होगी, और इसमें मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश सहप्रभारी समेत अन्य वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे। साथ ही, पार्टी ने मंडल अध्यक्षों के चुनाव के लिए विधानसभा स्तर पर पर्यवेक्षकों और सह पर्यवेक्षकों की घोषणा भी कर दी है। भाजपा का लक्ष्य फरवरी अंत तक सभी जिलाध्यक्षों का चयन पूर्ण करना है, ताकि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में राज्य इकाई भी पूरी तरह से सहभागी हो सके।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि 9 फरवरी को देहरादून के रेसकोर्स स्थित अमरीक हॉल में यह कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इस कार्यशाला में केंद्रीय पर्यवेक्षक, सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष, किसान मोर्चा राजकुमार चाहर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद होंगे। कार्यशाला की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष और राजसभा सांसद महेंद्र भट्ट करेंगे, जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश सह-प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय भी मार्गदर्शन देंगे। इसके अतिरिक्त, इस कार्यशाला में पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारी, जिला चुनाव अधिकारी, जिला प्रभारी, सह-प्रभारी, जिलाध्यक्ष और मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री भी भाग लेंगे। कार्यशाला में मंडल और जिलास्तर पर होने वाली चुनाव प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि पार्टी का लक्ष्य 25 फरवरी तक मंडल और फरवरी माह के अंत तक सभी जिला अध्यक्षों के चुनाव को पूरा करना है। उनका यह भी कहना था कि भाजपा प्रदेश इकाई के गठन के साथ उत्तराखंड भाजपा को राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन प्रक्रिया में भी शामिल करना चाहती है।
राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में यह संगठन पर्व के रूप में बड़े उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। हालांकि निकाय चुनावों के कारण कुछ समय के लिए प्रदेश में इसे स्थगित किया गया था, लेकिन अब इसे पुनः प्रारंभ किया जा रहा है। इस संगठन पर्व के तहत प्राथमिक और सक्रिय सदस्यता की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और अब मंडल अध्यक्षों के चुनाव की तैयारी की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर सभी 70 विधानसभाओं के लिए 210 पर्यवेक्षक और सह पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। इसके बाद, सभी सांगठनिक जिलों में अध्यक्षों का चुनाव किया जाएगा।