उत्तराखंड

कनखल में फर्जीवाड़े का मामला, चार फ्लैटों पर कब्जा करने के लिए कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल

कनखल थाना क्षेत्र में एक और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जहां कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 4 फ्लैटों पर कब्जा करने की कोशिश की गई। सेवानिवृत्त विंग कमांडर मनमोहन सिंह पेंटल की तहरीर पर पुलिस ने एक संत सहित 2 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस के मुताबिक, मनमोहन सिंह पेंटल, जो गुजरात के बड़ोदरा जिले के मकरपुरा रोड स्थित रामबाग सोसाइटी के निवासी हैं, ने शिकायत दर्ज कराई। वे एयरफोर्स विंग कमांडर पद से सेवानिवृत्त हैं और उनके पिता सरदार करतार सिंह ने वर्ष 2000 में कनखल स्थित गायत्री लोक अपार्टमेंट में 4 फ्लैट खरीदे थे।

मनमोहन सिंह ने बताया कि 5 नवंबर 2003 को उनके पिता का निधन हो गया था, और इसके बाद वह गायत्री लोक अपार्टमेंट आए, जहां उन्होंने अपने पिता के फ्लैटों को ताला लगा दिया था। उन्होंने यह भी बताया कि फ्लैटों की चाबी आज भी उनके पास है और वे समय-समय पर फ्लैटों को चेक करने आते रहते थे।

हाल ही में उन्हें जानकारी मिली कि महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने उन फ्लैटों पर कब्जा कर लिया है और यह दावा किया कि उसने ये फ्लैट संतोष पुरी, जो शरद पुरी के शिष्य हैं, से खरीदे थे। मनमोहन सिंह ने स्पष्ट किया कि उनके पिता ने ये फ्लैट न तो शरद पुरी को बेचे थे और न ही दान में दिए थे। साथ ही, फ्लैटों के बिजली के बिल अभी भी उनके पिता के नाम पर आ रहे हैं।

आरोप है कि महेंद्र कुमार त्रिपाठी और शरद पुरी ने मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इन 4 फ्लैटों पर कब्जा किया। थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, और मामले की जांच चल रही है।

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Doon Darshan