सीएम धामी ने वर्चुअल माध्यम से अगस्त्यमुनि में रक्षाबंधन कार्यक्रम को किया संबोधित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से अगस्त्यमुनि में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मौसम खराब होने के चलते मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। हालांकि वर्चुअल माध्यम से उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल्द रुद्रप्रयाग पहुंचने का वादा कार्यक्रम में शामिल मातृशक्ति से किया।
मुख्यमंत्री ने जनपद रुद्रप्रयाग को सौगात देते हुए अगस्त्यमुनि नगर पंचायत को नगर पालिका बनाने की घोषणा की। वहीं, जनपद में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भणज में आईटीआई खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शामिल मातृशक्ति व जनता को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ धाम में दूसरी चरण की यात्रा को लेकर पूरी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही हैं। यात्रा को और सुगम व सुव्यस्थित बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए अब मौके पर पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
वहीं, श्रद्धालुओं की संख्या पर कोई बाध्यता भी नहीं होगी। हरिद्वार, ऋषिकेश, चारों धामों सहित हर संभावित स्थान पर पंजीकरण का विकल्प अब मौजूद रहेगा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ या किसी दूसरे धाम के नाम पर कहीं भी देश में दूसरा मंदिर नहीं बनेगा। इसके लिए सरकार ने तुरंत मंत्रीमंडल में प्रस्ताव लाकर निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने विजयनगर- पठालीधार मार्ग में क्षतिग्रस्त 1500 मीटर मार्ग का सुरक्षात्मक व पुननिर्माण कार्य करने के लिए पांच करोड़ रूपए की धनराशि निर्गत करने, तुंगनाथ महोत्सव मक्कू को जिला स्तरीय मेले की स्वीकृति, मयाली-बसुकेदार गुप्तकाशी मोटर मार्ग का चौड़ीकरण व हॉटमिक्स करने, गुप्तकाशी पीएचसी को उच्चीकृत कर सीएचसी बनाने, महर्षि अगस्त्यमुनि मंदिर का सौंदर्यीकरण, यात्रा मार्ग पर घोड़े एवं खच्चरों की अचानक मृत्यु होने पर दाह किए जाने व दफनाने की व्यवस्था बनाने की भी घोषणाएं की।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, भाजपा जिला महामंत्री भारत भूषण भट्ट, पंकज भट्ट ने भी रक्षाबंधन कार्यक्रम में शामिल महिलाओं व जनता को संबोधित किया।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, एसएसपी पौड़ी लोकेंद्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, मुख्य शिक्षा अधिकारी परमेंद्र सिंह बिष्ट, तहसीलदार ऊखीमठ प्रदीप नेगी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।