देहरादून: झूठी लूट की सूचना देने पर वादी ने किया खुलासा, पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की
लूट की सूचना व एफआईआर निकली झूठी मामूली विवाद को लूट बताकर बनाया सनसनीखेज, वादी द्वारा मीडिया को भी फोन कर दी गलत सूचना दून पुलिस की त्वरित कार्यवाही से सच आया सामने डालनवाला क्षेत्र में दिन दहाडे घर में घुसकर लूट की घटना निकली फर्जी वादी का अपनी डेयरी में काम करने वाले युवक से सैलरी देने को लेकर चल रहा था विवाद युवक द्वारा वादी को डराने की नियत से अपने गांव के रिश्तेदारों को बुलाया था देहरादून। मामूली धक्का मुक्की की घटना को सनसनीखेज बनाने के लिये वादी ने गढी थी लूट की झूठी कहानी।

देहरादून। 6 फरवरी को वादी सौरभ कुमार निवासी- ग्राम खुर्रमपुर, तहसील- बेहट, सहारनपुर, उ0प्र0 ने कोतवाली डालनवाला में एक लिखित शिकायत दी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि दो अज्ञात व्यक्तियों ने हेलमेट पहने उनके घर में घुसकर उनके गले से सोने की चेन लूट ली और मौके से फरार हो गए। इस आधार पर पुलिस ने बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया।
घटना की प्रारंभिक विवेचना में संदिग्धता दिखने पर एसएसपी देहरादून ने मामले की गहनता से जांच के निर्देश दिए। इसके बाद कोतवाली डालनवाला के प्रभारी निरीक्षक ने एक टीम गठित की, जिसने घटनास्थल पर फील्ड यूनिट द्वारा निरीक्षण कराया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इन फुटेज में अभियुक्तों को वादी के घर से बाहर एक मोटरसाइकिल पर जाते हुए देखा गया। सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने मोटरसाइकिल का नंबर ट्रेस किया, जो कि यूपी-11-सीयू-7185 था।
इसके बाद पुलिस ने सहारनपुर भेजी गई टीम को वाहन मालिक से पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि 4 फरवरी को उसकी मोटरसाइकिल शुभम कुमार और विशाल नामक दो व्यक्तियों ने मांग कर ली थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को दबिश देकर चौकी आराघर पर लाकर पूछताछ की। पूछताछ में इन दोनों ने खुलासा किया कि अमनदीप नामक व्यक्ति ने उन्हें सौरभ कुमार से सैलरी के पैसे दिलवाने के लिए देहरादून बुलाया था। दोनों आरोपितों ने 4 फरवरी को सौरभ कुमार से सैलरी के बारे में बात करते हुए गाली-गलौज की थी, जिसके बाद वे वहां से भाग गए थे।
आगे की पूछताछ में अमनदीप का नाम सामने आया, और उसे भी चौकी आराघर पर लाया गया। अमनदीप ने बताया कि सौरभ कुमार के साथ सैलरी को लेकर विवाद चल रहा था, और वह सौरभ को डराने-धमकाने के लिए अपने रिश्तेदारों को बुलवाया था। हालांकि, सौरभ कुमार से सोने की चेन के लूटने का कोई सबूत नहीं मिला।
सौरभ कुमार से पुनः पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि वह मानसिक रूप से परेशान था और इसी कारण उसने झूठी लूट की सूचना दी थी। अब अभियुक्तों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।