Haridwar: नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक हंगामे में तब्दील, कांग्रेस पार्षदों ने इन मुद्दों पर किया विरोध
हरिद्वार नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक हंगामे से घिरी, कांग्रेस ने सहायक नगर आयुक्त से वोट काटने का जवाब मांगा

हरिद्वार नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक आज सोमवार को हंगामे के बीच संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता नवनिर्वाचित महापौर किरण जैसल ने की, जिसमें कांग्रेस पार्षदों ने नगर निगम चुनाव में वार्डों में वोट काटने को लेकर सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर से जवाब मांगा। इस पर भाजपा पार्षद लामबंद होकर इसका विरोध भी करने लगे, जिससे बैठक में आरोप-प्रत्यारोप का दौर ही शुरू हो गया।
हंगामे के बीच बीजेपी के महापौर और बोर्ड ने सर्वसम्मति से एजेंडा में शामिल सभी बिंदुओं को पारित कर दिया और बैठक से बाहर निकल गए, जिस पर कांग्रेसी पार्षदों ने जोरदार विरोध भी किया और सभागार के बाहर धरना-प्रदर्शन ही शुरू कर दिया।
बैठक में अनाधिकृत व्यक्तियों के मेयर के बराबर बैठने पर भी हंगामा हुआ। निर्दलीय पार्षद एहसान अंसारी ने इस पर आपत्ति जताई, जिसका जवाब पार्षद पति कन्हैया खेवड़िया ने दिया। उन्होंने बताया कि वह विधायक आदेश चौहान के प्रतिनिधि के तौर पर आए हैं। इस पर पार्षद ने सवाल किया कि क्या उनके पास इस बात का कोई संविधानिक प्रमाण भी है, जिस पर नगर आयुक्त भी चुप्प रहे।
इसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने नगर निगम की मतदाता सूची से नाम काटे जाने के मुद्दे को भी उठाया, जिससे बैठक में और भी हंगामा हुआ। पार्षद आकर्षिका शर्मा ने बैठक में किसी को भी बोलने न देने पर भी विरोध जताया।