पौड़ी की ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’ को मिलेगा आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार, स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी करेंगे सम्मानित
महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार की प्रेरणादायक मिसाल बनी दीदी कैफे

पौड़ी, उत्तराखंड। उत्तराखंड के पर्वतीय जिले पौड़ी से जुड़ी महिलाओं की मेहनत व आत्मनिर्भरता की अनूठी कहानी को राष्ट्रीय पहचान मिलने भी जा रही है। जिला मुख्यालय पौड़ी स्थित ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’ को आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार 2024 से भी नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदान भी किया जाएगा।
ग्रामीण महिलाओं के सपनों को दी उड़ान
पौड़ी ब्लॉक के समीप संचालित ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’ व उससे जुड़ा ‘दीदी कैफे’ इन दिनों ग्रामीण विकास व महिला सशक्तिकरण का मॉडल भी बन चुका है। स्थानीय महिलाओं ने संगठित होकर आत्मनिर्भरता व स्वरोजगार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम भी बढ़ाए हैं। दीदी कैफे में महिलाएं पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों को पारंपरिक पहाड़ी व्यंजन परोसती हैं, जिससे उन्हें स्थायी आय का स्रोत भी मिला है।
2021 में हुई थी शुरुआत, आज बन चुकी है पहचान
यह कैफे 2021 में एनआरएलएम, हिमोथान सोसाइटी व टाटा ट्रस्ट्स के सहयोग से शुरू भी किया गया था। विकासखंड पौड़ी में 6 क्लस्टर लेवल फेडरेशन बनाए गए, जिनमें से एक है ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’, जिसने ग्रामीण आजीविका को नई दिशा भी दी है।
डेयरी यूनिट से जुड़ी 206 महिलाएं
सहकारिता के अंतर्गत महिलाओं ने दूध संग्रहण व डेयरी यूनिट संचालन को भी सशक्त रूप में भी अपनाया है। कुल 206 महिलाएं प्रतिदिन दूध संग्रहण में भी लगी हैं। वहीं, कैफे यूनिट से वर्ष 2023 से अब तक लगभग 9 लाख रुपये की आय भी हुई है, जिसमें 3.20 लाख रुपये का शुद्ध लाभ भी अर्जित किया गया है।
अध्यक्ष मंजू देवी ने जताया आभार
सहकारिता की अध्यक्ष मंजू देवी ने पुरस्कार चयन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उपलब्धि पूरी टीम की मेहनत व समर्पण का परिणाम है। उन्होंने विभागीय मार्गदर्शन और संस्थागत सहयोग के लिए सभी का आभार भी जताया।