तपोवन गुरुकुल से तीन बच्चे लापता, पुलिस ने शुरू की जांच
देहरादून – रायपुर स्थित वैदिक साधन आश्रम तपोवन गुरुकुलम से 3 नाबालिग बच्चे संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए हैं। यह घटना 13 जून की सुबह सामने आई, जब गुरुकुल प्रबंधन ने देखा कि तीनों बच्चे आश्रम से ही गायब हैं। तीनों बच्चे – सूरज (13), विकास (13) और शिवम (10) – मूल रूप से मोहाली की ऊधमसिंह कॉलोनी के ही रहने वाले हैं। इन्हें 3 जून को नीरज कोड़ा नामक व्यक्ति द्वारा चंडीगढ़ के बाल आश्रम से गुरुकुल में प्रवेश दिलाने के लिए भी लाया गया था। गुरुकुल के प्रधानाचार्य रविंद्र आर्य की शिकायत पर रायपुर थाना पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
छुट्टी में बच्चों को लाने की मनाही, फिर भी छोड़ा आश्रम
रविंद्र आर्य ने बताया कि
उन्होंने कोड़ा को स्पष्ट रूप से कहा था कि 11 से 22 जून तक गुरुकुल में ग्रीष्मकालीन अवकाश भी है और इस दौरान बच्चों को न लाया जाए। बावजूद इसके नीरज कोड़ा तीनों बच्चों को वहीं छोड़कर चंडीगढ़ में लौट गया।
अवकाश के दौरान जब अन्य छात्र अपने-अपने घर लौटने लगे, तब ये तीनों बच्चे भी घर जाने की जिद करने लगे। इस पर संरक्षक किरन कुमार आर्य ने नीरज कोड़ा से संपर्क कर बच्चों से बात कराने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने बातचीत से ही इनकार कर दिया।
13 जून की सुबह से लापता
गुरुकुल प्रबंधन ने तीनों बच्चों को समझाकर रोकने की कोशिश भी की, और वे रुकने को तैयार भी हो गए। मगर 13 जून की सुबह तीनों बच्चे गुरुकुल से ही गायब पाए गए। प्रबंधन ने आसपास के इलाकों में उन्हें खोजने की कोशिश भी की, लेकिन कोई सुराग ही नहीं मिला।
पुलिस की तीन टीमें गठित
एसओ रायपुर प्रदीप नेगी के अनुसार, तीन पुलिस टीमों का गठन कर लापता बच्चों की तलाश भी शुरू कर दी गई है। चंडीगढ़ के बाल आश्रम से भी संपर्क कर जांच की जा रही है और बच्चों के परिवारों से संपर्क साधने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
“बच्चों के सुरक्षित मिलने तक हर एंगल से जांच की जा रही है। जल्द ही स्थिति स्पष्ट भी होगी।” – प्रदीप नेगी, एसओ रायपुर
फिलहाल तीनों बच्चों के लापता होने की घटना से गुरुकुल व स्थानीय क्षेत्र में चिंता का माहौल है। पुलिस हर संभव प्रयास में जुटी है कि बच्चे सुरक्षित ही वापस लौटें।




