
गोविंदघाट। विश्व प्रसिद्ध सिख तीर्थ हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर तैयारियाँ अब अंतिम चरण में भी पहुंच चुकी हैं। सेना की मदद से लगभग 3 किलोमीटर लंबे आस्था पथ से बर्फ हटाने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है, अब केवल 150 मीटर का हिस्सा ही शेष रह गया है। गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने जानकारी दी कि आज मंगलवार तक यात्रा मार्ग पूरी तरह सुचारु भी हो जाएगा।
हेमकुंड साहिब को सजाया जाएगा सात क्विंटल गेंदे के फूलों से
श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे को 7 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया भी जाएगा। फूल गोविंदघाट पहुँच चुके हैं और सजावट का कार्य आरंभ हो गया है। इसके अलावा, हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने गोविंदघाट, ज्योतिर्मठ, घांघरिया व हेमकुंड साहिब गुरुद्वारों में जून माह तक के लिए खाद्यान्न का भंडारण भी पूरा कर लिया है, ताकि श्रद्धालुओं को भंडारे में किसी प्रकार की परेशानी भी न हो।
शुरू हुई हेमकुंड साहिब यात्रा की हेली सेवा टिकट बुकिंग
हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए हेली सेवा की टिकट बुकिंग बीते सोमवार से शुरू हो गई है। पहले दिन IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट (heliyatra.irctc.co.in) पर 415 टिकटों की बुकिंग भी हुई। इस सेवा के अंतर्गत गोविंदघाट से घांघरिया तक हेली सेवा भी चलाई जा रही है, जिसे इस बार पवन हंस एविएशन संचालित भी करेगा।
यात्रा के लिए 25 मई से 22 जून तक की अवधि के लिए टिकट स्लॉट भी खोले गए हैं। प्रति यात्री आने-जाने का किराया 10,080 रुपये निर्धारित भी किया गया है। यूकाडा (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी दयानंद सरस्वती ने बताया कि हेली सेवा के लिए यात्रा पंजीकरण भी अनिवार्य है।
श्रद्धालुओं को अब बेसब्री से इंतजार
हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे, और यात्रा को लेकर पूरे क्षेत्र में धार्मिक उल्लास का माहौल भी है। मार्ग पर बर्फ हटाए जाने के साथ ही व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया जा रहा है और सुरक्षा से लेकर सुविधाओं तक हर पहलू पर विशेष ध्यान भी दिया जा रहा है।