नीलकंठ से लौटते वक्त रास्ता भटकीं हरियाणा की तीन बुजुर्ग महिला कांवड़ यात्री, ऋषिकेश पुलिस ने Google की मदद से मिलवाया परिजनों से
ऋषिकेश। सावन में नीलकंठ महादेव के दर्शन कर लौट रही हरियाणा की 3 बुजुर्ग महिला कांवड़ यात्री शनिवार को अपने दल से ही बिछड़ गईं। नटराज चौक पर उन्हें परेशान हालत में घूमता देख पुलिस ने मानवीय संवेदना दिखाते हुए उनकी मदद भी की। महिलाएं न तो मोबाइल नंबर ठीक से बता सकीं, न ही थाना या जिला—लेकिन Google सर्च के जरिए गांव का नाम ढूंढकर पुलिस ने सरपंच से संपर्क भी किया और अंततः महिलाओं को उनके वाहन व परिजनों तक सकुशल भी पहुंचा दिया।
क्या है पूरा मामला?
कांवड़ ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को नटराज चौक पर 3 बुजुर्ग महिलाएं परेशान हाल में मिलीं। उन्होंने अपना नाम मेवा, बतासी व मिश्री, निवासी नौरंगाबाद गुर्जरों की ढाणी, तिलोडी, हरियाणा बताया। वे अपने गांव की 11 अन्य महिलाओं के साथ कांवड़ यात्रा पर भी आई थीं। सभी महिलाएं नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने को गई थीं, लेकिन वापसी में यह तीनों साथी महिलाओं से बिछड़ गईं और उन्हें वाहन की पार्किंग का स्थान तक याद नहीं था।
सीमित जानकारी, Google बना सहारा
महिलाएं घर या गांव का कोई संपर्क नंबर ही नहीं बता पा रही थीं। ऐसे में पुलिस ने Google पर गांव का नाम सर्च कर संबंधित थाना क्षेत्र और वहां के सरपंच की जानकारी भी जुटाई। फिर सरपंच के माध्यम से पिकअप वाहन के चालक का मोबाइल नंबर भी लिया गया, जो इन महिलाओं को लंबे समय से ढूंढ भी रहा था।
सकुशल परिजनों से मिलवाया
कोतवाली की पुलिस टीम ने तीनों महिलाओं को अपनी गाड़ी में बैठाकर IDPL पार्किंग तक पहुंचाया, जहां उनका वाहन खड़ा था। वहां मौजूद बाकी महिलाएं व चालक तीनों को पाकर भावुक भी हो उठे।
पुलिस की मानवीय पहल
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप राणा ने बताया कि
तीनों बुजुर्ग महिलाओं को सकुशल उनके साथियों व वाहन तक पहुंचा दिया गया है।
पुलिस की इस तत्परता व संवेदनशीलता की क्षेत्र में सराहना भी हो रही है।




