यूपीसीएल ने 19 साल बाद अधिकारियों के लिए किराये के वाहनों की व्यवस्था में किया बड़ा बदलाव
बिजली विभाग के अफसरों के लिए यूपीसीएल ने किराये के वाहनों की व्यवस्था में 19 वर्ष बाद बदलाव कर दिया है। जो वाहन पहले चलाए जाते थे, उनमें से कई अब बंद भी हो चुके हैं। दरअसल, यूपीसीएल में 2005 में अधिकारियों के लिए वाहन तय किए गए थे। इनमें से डीजल चलित जीप और एंबेसडर कार पहले ही बंद हो चुकी है। लिहाजा, नए सिरे से वाहनों की व्यवस्था भी तय की गई है।
यूपीसीएल की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, अब निगम के अध्यक्ष, सचिव ऊर्जा और प्रबंध निदेशक इनोवा क्रिस्टा या इसके समकक्ष वाहन से ही चल सकेंगे। पूर्णकालिक निदेशक या अधिशासी निदेशक होंडा सिटी, सियाज, वरना, क्रेटा या समकक्ष से ही चल सकेंगे। सभी चीफ इंजीनियर, जीएम और समकक्ष अधिकारी क्रेटा या समकक्ष वाहन से ही चल सकेंगे।
एसई, डीजीएम और समकक्ष अफसर डिजायर, बोलेरो या समकक्ष वाहन से चल सकेंगे। खंड में तैनात सभी एक्सईएन भी डिजायर, बोलेरो या समकक्ष वाहन से चल सकेंगे। एसडीओ और एई बोलेरो या समकक्ष वाहन से चल सकेंगे।
इन सभी अधिकारियों के अलावा अगर किसी अफसर को वाहन की जरूरत होगी तो उसके लिए यूपीसीएल के एमडी का अनुमोदन भी लेना जरूरी होगा। यूपीसीएल के एसई मुख्यालय वीएस पंवार ने बताया कि निदेशकों की समिति की सहमति से यह बदलाव भी लागू किए गए हैं।