देहरादून। उत्तराखंड में हर वर्ष होने वाले खेल महाकुंभ की तैयारियां इस बार भी शुरू हो गई हैं। युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग ने इस बार प्रतियोगिता में कई बड़े बदलाव प्रस्तावित भी किए हैं।
जानकारी के अनुसार, अब ट्रॉफियों को प्रतिनिधियों के नाम से ही जोड़ा जाएगा। राज्य स्तरीय ट्रॉफी सीएम के नाम पर, जिला स्तरीय ट्रॉफी सांसद के नाम पर, ब्लाक स्तरीय ट्रॉफी विधायक के नाम पर और न्याय पंचायत स्तरीय ट्रॉफी स्थानीय जनप्रतिनिधियों के नाम पर ही होगी।
इसके साथ ही राज्य स्तरीय विजेताओं की पुरस्कार राशि भी अब बढ़ाई जा रही है। प्रस्ताव शासन को भी भेज दिया गया है और जल्द ही तिथियों की घोषणा के साथ समितियों का गठन और खिलाड़ियों का पंजीकरण भी शुरू होगा।
हर साल अक्टूबर माह से दिसंबर माह के बीच होने वाला खेल महाकुंभ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को पहचान देने और उन्हें स्पोर्ट्स कॉलेज व खेल विद्यालयों में दाखिले का अवसर भी प्रदान करता है। यहां से चुने गए खिलाड़ी आगे चलकर अर्द्धसैनिक बल व पुलिस भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं।
प्रतियोगिता की शुरुआत न्याय पंचायत स्तर से ही होती है, जिसके बाद खिलाड़ी ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर तक भी पहुंचते हैं। पिछले वर्ष विजेताओं को ग्राम पंचायत स्तर पर 300 रुपये से लेकर राज्य स्तर पर 1,500 रुपये तक की पुरस्कार राशि भी दी जाती थी। इस बार इनाम की राशि बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है।
विशेष प्रमुख सचिव (खेल) अमित सिन्हा ने बताया कि
संशोधित प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। मंथन के बाद आयोजन की तिथियां भी जारी कर दी जाएंगी। प्रतियोगिता में सरकारी-निजी शिक्षण संस्थानों, छात्रावासों, कोचिंग सेंटरों व खेल अकादमियों के छात्र भाग भी ले सकेंगे।




