विकासनगर: सेब से लदा पिकअप वाहन खाई में गिरा, दो गंभीर घायल – भूस्खलन बना हादसे की वजह

विकासनगर | 15 सितंबर 2025
देहरादून जिले की विकासनगर तहसील के हरिपुर कोटी-मीनस मोटर मार्ग पर सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। हिमाचल प्रदेश के रोहड़ू से सेब लेकर सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) जा रहा एक पिकअप वाहन अचानक भूस्खलन की चपेट में आकर करीब 40 मीटर गहरी खाई में गिर गया। हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
हादसे का विवरण: पहाड़ी से गिरे पत्थर, वाहन खाई में समाया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब लोडर वाहन संख्या UP11DT6026 हरिपुर कोटी के पास से गुजर रहा था। तभी अचानक ऊपर से बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरा।
वाहन में उस समय दो व्यक्ति सवार थे –
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वरुण (उम्र 34), निवासी मिर्जापुर, सहारनपुर (उ.प्र.)
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सबरेज (उम्र 30), निवासी मिर्जापुर, सहारनपुर (उ.प्र.)
दोनों घायलों को स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की मदद से रेस्क्यू किया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन: कालसी पुलिस की तत्परता
कालसी थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम रेस्क्यू उपकरणों के साथ मौके पर पहुंची। खाई में गिरे दोनों घायलों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया और तत्काल 108 एम्बुलेंस से विकासनगर के सरकारी अस्पताल भेजा गया।
“घायल सबरेज की हालत गंभीर थी, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। परिजनों को सूचना दे दी गई है।”
– दीपक धारीवाल, थानाध्यक्ष कालसी
पहाड़ी रास्तों पर सफर बना जोखिम भरा, बारिश और भूस्खलन ने बढ़ाया खतरा
उत्तराखंड में इन दिनों तेज बारिश और भूस्खलन का कहर जारी है। हरिपुर मीनस मोटर मार्ग, जो हिमाचल और उत्तराखंड के सेब उत्पादक क्षेत्रों को मैदानी मंडियों से जोड़ता है, जगह-जगह खतरनाक स्थिति में है।
हादसे के समय भी क्षेत्र में हल्की बारिश हो रही थी, जिससे पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिरना शुरू हो गया। इस मार्ग पर पहले भी हादसे हो चुके हैं — पिछले महीने एक पिकअप वाहन टौंस नदी में गिर गया था, जिसका चालक आज तक लापता है।
सेब सीजन: मंडियों तक पहुंचने की जद्दोजहद
वर्तमान में हिमाचल और उत्तराखंड के त्यूणी क्षेत्र में सेब सीजन जोरों पर है। हर दिन हजारों पेटी सेब लादे ट्रक और छोटे वाहन सहारनपुर, देहरादून, दिल्ली और हरियाणा की मंडियों की ओर जा रहे हैं। लेकिन भूस्खलन और क्षतिग्रस्त सड़कों के चलते यह सफर जानलेवा बनता जा रहा है।
इस हादसे में भी सेब की पेटियां बिखर गईं, और खाई में दूर-दूर तक फैल गईं।
प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से उठे सवाल
स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि:
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जोखिमभरे मार्गों की मरम्मत की जाए
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भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था की जाए
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और अस्थायी बैरियर/अलर्ट सिस्टम लगाए जाएं