बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ा, रीवर फ्रंट परियोजना के तहत मलबा हटाने का कार्य शुरू – तीर्थयात्रियों को अलर्ट जारी
बदरीनाथ – उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने रविवार को बदरीनाथ धाम में चल रहे रीवर फ्रंट परियोजना कार्यों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने अलकनंदा नदी किनारे जमा मलबा तत्काल हटाने के निर्देश भी दिए। डीएम द्वारा कार्यदायी संस्था पीआईयू को शनिवार को नोटिस जारी करने के बाद अब रविवार से नदी किनारे से मलबा हटाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
अलकनंदा नदी उफान पर
बदरीनाथ क्षेत्र व आसपास के उच्च हिमालयी इलाकों में लगातार दोपहर बाद हो रही बारिश व ग्लेशियरों के पिघलने के चलते अलकनंदा नदी का जलस्तर लगातार ही बढ़ रहा है। इसके चलते धाम क्षेत्र में नदी का प्रवाह संकरा हो गया है, जिससे सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क भी हो गया है।
निरीक्षण और चेतावनी
निरीक्षण के दौरान एसडीएम वशिष्ठ ने धाम में तैनात पुलिस, एसडीआरएफ व सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए।
- बदरीनाथ थाना पुलिस को आदेश दिया गया है कि किसी भी तीर्थयात्री को नदी के पास जाने से रोका जाए।
- एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई भी की जा सके।
रीवर फ्रंट कार्य से संकरी हुई नदी
रीवर फ्रंट परियोजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों की वजह से अलकनंदा का प्रवाह भी प्रभावित हुआ है। मलबा नदी के किनारों पर जमा हो गया था, जिससे नदी की चौड़ाई में कमी भी आई। डीएम के निर्देश के बाद अब इस मलबे को हटाने का काम युद्धस्तर पर भी चल रहा है।
निरीक्षण में ये रहे शामिल
निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित, थानाध्यक्ष नवनीत भंडारी व पीआईयू के अधिकारी भी मौजूद रहे।
तीर्थयात्रियों को सतर्कता बरतने की अपील
प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया है कि वे नदी के किनारे न जाएं, प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन भी करें, और मौसम बिगड़ने की स्थिति में तुरंत सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचें।




