अस्कोट आराकोट अभियान: 45 दिन में होगा पूरा

Askot Arakot Campaign 1974 में पहला अभियान महान क्रांतिकारी श्री देव सुमन का जन्मदिन 25 मई को अस्कोट से हुआ था।
आज इस अभियान को 50 वर्ष हो चुके हैं। 25 मई को पांगू से शुरू हुई यह अभियान यात्रा उत्तरकाशी जनपद में पहुंच चुकी है। 1150 किलोमीटर से अधिक लंबी यह पांगू अस्कोट आराकोट अभियान 8 जुलाई को पूरा होगा।
अस्कोट आराकोट अभियान: यूं तो सदियों से उत्तराखंड में हिमालय और यात्रिओ का सफर एक दूसरे के अतिरिक्त रही हैं। ये अधिकांश यात्राएं धार्मिक, आध्यात्मिक के अलावा हिमालय की यायावरी की रही हैं। परंतु एक लोकप्रिय यात्रा अभियान ऐसा भी है जो उत्तराखंड के पूर्वी कोने पांगू अस्कोट (पिथौरागढ़) से लेकर पश्चिमी कोने आराकोट (उत्तरकाशी) तक संचालित होता है।
25 मई को पांगू से शुरू हुई यह अभियान यात्रा उत्तरकाशी जनपद में पहुंच चुकी है। 1150 किलोमीटर से अधिक लंबी यह पांगू अस्कोट आराकोट अभियान 45 दिन में 8 जुलाई को आराकोट पहुंचने पर पूरा होगा।