उत्तराखंड में दो बड़े सड़क हादसे: देहरादून और टिहरी में दो लोगों की मौत, कई घायल
Deprecated: preg_split(): Passing null to parameter #3 ($limit) of type int is deprecated in /home/u948756791/domains/doondarshan.in/public_html/wp-content/themes/jannah/framework/functions/post-functions.php on line 805
बुधवार, 19 नवंबर को उत्तराखंड में 2अलग-अलग जगहों पर हुए भीषण सड़क हादसों ने हड़कंप ही मचा दिया। देहरादून जिले के कालसी क्षेत्र में एक यूटिलिटी वाहन खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं टिहरी जिले के नरेंद्रनगर क्षेत्र में स्कूटी खाई में गिरने से एक युवक की जान भी चली गई।
देहरादून का हादसा: 200 मीटर गहरी खाई में गिरी यूटिलिटी, ड्राइवर की मौत
पहला हादसा देहरादून जिले की कालसी तहसील के कालसी–धोइरा मोटर मार्ग पर भी हुआ। जानकारी के अनुसार सुबह करीब 11:30 बजे धोइरा गांव की ओर जा रही यूटिलिटी वाहन अचानक बेकाबू होकर 200 मीटर गहरी खाई में भी गिर गई। वाहन में ड्राइवर सहित 3 लोग सवार थे।
- ड्राइवर राजेंद्र (45 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई।
- दो अन्य सवार गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें
- धनु (52 वर्ष), निवासी निछिया कालसी
- अनुज (32 वर्ष), निवासी धोइरा कालसी
शामिल हैं।
सूचना मिलते ही कालसी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू कर घायलों को अस्पताल में भेजा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी।
कालसी थाना के एसआई नीरज कठैत ने घटना की पुष्टि की और बताया कि वाहन संख्या UK16CA0250 दुर्घटनाग्रस्त भी मिला।
टिहरी का हादसा: 100 मीटर खाई में गिरी स्कूटी, युवक की मौके पर मौत
दूसरा हादसा टिहरी जिले के नरेंद्रनगर थाना क्षेत्र के दुवाधार के पास हुआ। स्कूटी सवार युवक रात में अचानक गहरी खाई में ही गिर गया।
- SDRF, स्थानीय पुलिस और फायर सर्विस टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर लगभग 100 मीटर गहरी खाई से शव निकाला।
- मृतक की पहचान शूरवीर सिंह पुंडीर (34 वर्ष) निवासी ग्राम सोनी, हिंडोलाखाल, टिहरी के रूप में हुई।
SDRF टीम पोस्ट ढालवाला के SI सुरेंद्र सिंह नेगी के नेतृत्व में रेस्क्यू अभियान सफलतापूर्वक पूरा भी किया गया।
लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे चिंता का विषय
प्रदेश में सड़क हादसों की बढ़ती घटनाएं लगातार चिंता भी बढ़ा रही हैं। पर्वतीय इलाकों में खराब सड़कें, तीखे मोड़ व वाहन की तेज रफ्तार हादसों का मुख्य कारण बन रहे हैं।




