19 साल बाद पकड़ा गया डकैत, एसटीएफ की हुई सफल गिरफ्तारी
2004 से फ़रार चल रहे डकैत को एसटीएफ ने गिरफ़्तार किया है। आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम था। मूल रूप से पटना का रहने वाला बदमाश उदय उर्फ विक्रांत नाम बदलकर रह रहा था।
बदमाश ने इलाहाबाद बैंक हरिद्वार में डकैती डाली थी और तभी से फरार चल रहा था। जिसमें तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (वर्तमान पुलिस महानिदेशक) अभिनव कुमार द्वारा सभी बैंक डकैतों के विरुद्ध ठोस कार्यावाही कराई गयी थी।
वहीं, जिसे जनपद पुलिस द्वारा ढूँढ़ने के काफी प्रयास किए गए थे व इस अभियुक्त के घर की कुर्की तक की गयी थी लेकिन इसकी गिरफ्तारी नही हो पायी थी। जिस पर पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड द्वारा इस डकैत की गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपए का ईनाम की घोषणा की गयी थी। वहीं, एसटीएफ टीम द्वारा कुशल व सटीक रणनीति बनाकर डकैत के बारे में सूचना प्राप्त किया कि यह ईनामी अपराधी तमिलनाडु में कहीं पर छिपकर रह रहा है जिस पर एक एसटीएफ की टीम उपनिरीक्षक विद्या दत्त जोशी के नेतृत्व में जनपद वेल्लोर, तमिलनाडु भेजी गयी वहाँ पर इस टीम द्वारा अथक मेहनत से इस वांछित अपराधी के बारे में सूचना एकत्रित कर गिरफ्तारी की गयी है। अभियुक्त को गिरफ्तार कर कोतवाली हरिद्वार में आज शनिवार को को दाखिल किया गया।