प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में हल्द्वानी के 16 श्रद्धालु फंसे, एक युवक लापता
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद हल्द्वानी से गए श्रद्धालु फंसे, एक व्यक्ति लापता
प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के दौरान हल्द्वानी के जीतपुर नेगी गांव से गए 16 लोग महाकुंभ भगदड़ में फंस गए। एक युवक बुधवार तड़के से ही लापता है और उनका मोबाइल फोन भी बंद हो गया है। अन्य लोग किसी तरह झूंसी रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां उन्हें खुले आसमान में रात भी बितानी पड़ी।
बीते मंगलवार रात 10 बजे हल्द्वानी से ट्रेन से प्रयागराज पहुंचे इस दल में शामिल विजेंद्र कुमार ने बताया कि वे संगम के पास स्नान करने गए थे, जहां एकदम से भगदड़ मच गई। सभी लोग किसी तरह वहां से बाहर निकलकर झूंसी स्टेशन पहुंचे, लेकिन प्रेम शंकर मौर्य नामक व्यक्ति लापता हो गए। विजेंद्र ने बताया कि प्रेम शंकर का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया और वे पिछले 19 घंटों से उनकी तलाश में भी हैं। वे सभी मदद की आस में हैं, क्योंकि यहां हर ओर भीड़ है और सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बंद हैं।
इसके साथ ही, हल्द्वानी से प्रयागराज के लिए 70 से ज्यादा प्राइवेट बसें भी रवाना हुई थीं, जिनमें 3500 से अधिक श्रद्धालु भी शामिल थे। बुधवार सुबह भगदड़ के बाद इन बसों को प्रयागराज से 70 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को कई घंटों तक इंतजार भी करना पड़ा। स्थिति सामान्य होने पर बसें धीरे-धीरे रवाना हुईं व बुधवार देर रात तक श्रद्धालु महाकुंभ स्नान करके वापस लौटे।
इसके अलावा, कुछ श्रद्धालुओं ने लिफ्ट लेकर और ऑटो से 70 किलोमीटर का सफर तय किया। वहीं, महाकुंभ में हुए हादसे के बाद कई बसों को घंटों के लिए रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा।