नैनीताल: उत्तराखंड STF और साइबर थाना कुमाऊं की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 6 लैपटॉप, 23 महंगे मोबाइल फोन, 17 सिम कार्ड, 9 फर्जी बैंक खातों का विवरण, बारकोड स्कैनर, वाईफाई डिवाइस व एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त नैनीताल और उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, जो एक सुनसान होमस्टे में सेंटर बनाकर फर्जी वेबसाइट व गेमिंग प्लेटफॉर्म के जरिए ठगी को अंजाम भी दे रहे थे। इनके मुख्य सरगना सचिन मित्तल, प्रियांशु शर्मा व सौरभ तिवारी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्हें महीने के 20-25 हजार रुपये वेतन पर ही रखा गया था। वे व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप्स से मिले बैंक खातों व ओटीपी के जरिए लोगों के खातों से पैसे भी निकालते थे। प्राप्त धन को आगे विभिन्न खातों में ट्रांसफर भी किया जाता था।
बरामद बैंक खातों की जांच में सामने आया कि इन खातों से जुड़े करीब 12 शिकायतें 1930 साइबर हेल्पलाइन पर दर्ज भी हैं। सभी के खिलाफ BNS की धारा 318(4), 61(2), 3(5) और आईटी एक्ट की धारा 66(D) के तहत FIR भी दर्ज की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF नवनीत सिंह ने बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है और जल्द ही मुख्य सरगनाओं को भी गिरफ्तार भी किया जाएगा।



