रुड़की ब्लैकमेलिंग केस: नगर निगम एई से 20 लाख की मांग, आरोपी गिरफ्तार
रुड़की में ब्लैकमेलिंग कांड: फर्जी पत्रकार बनकर मांगी 20 लाख की रिश्वत, रंगे हाथ गिरफ्तार
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हरिद्वार जिले के रुड़की नगर निगम में एक लिपिक से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने व ब्लैकमेल करने के मामले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। खुद को पत्रकार बताने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने रंगे हाथ 50 हजार रुपये लेते हुए गिरफ्तार भी कर लिया। आरोपी के पास से वही रकम बरामद हुई है जो उसने कथित तौर पर पहले किस्त के तौर पर ही ली थी।
ऐसे हुआ ब्लैकमेलिंग कांड का पर्दाफाश
एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने सिविल लाइंस कोतवाली में प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा भी किया। उन्होंने बताया कि नगर निगम रुड़की में लिपिक पद पर कार्यरत राजीव भटनागर ने पुलिस को तहरीर दी थी। तहरीर के मुताबिक 10-12 दिन पहले निगम कार्यालय में एई प्रेम कुमार शर्मा और वे खुद भी मौजूद थे, तभी एक व्यक्ति विकास कुमार खरे (निवासी पदार्था, थाना पथरी) खुद को पत्रकार बताते हुए मिलने भी आया।
ठेकेदारी की बात छेड़कर बनाई गुप्त वीडियो
राजीव भटनागर ने बताया कि विकास कुमार ने ठेके से जुड़ी बातचीत भी शुरू की और इसी दौरान गुप्त रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर ली। इसके बाद वीडियो को कथित तौर पर एडिट कर निगम के जेई गुरुदयाल को भी दिखाया गया, जिससे अधिकारी घबरा ही गए।
20 लाख रुपये की डिमांड, सौदा हुआ 16 लाख में
आरोप है कि विकास कुमार ने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए एई से 20 लाख रुपये की मांग भी की। बाद में सौदा 16 लाख रुपये में तय भी किया गया और पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपये लेने की बात भी हुई।
आरोपी को जाल बिछाकर दबोचा
राजीव भटनागर ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी और तय योजना के अनुसार भटनागर 50 हजार रुपये लेकर दिल्ली-हरिद्वार रोड स्थित कोर कॉलेज के पास में पहुंचे। लेकिन आरोपी ने अचानक लोकेशन ही बदल दी और शांतरशाह अंडरपास पर बुलाया। वहां पहले से मौजूद पुलिस टीम ने आरोपी को 50 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार भी कर लिया।
जेल भेजा गया आरोपी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भी भेज दिया गया। पुलिस अब आरोपी की पृष्ठभूमि खंगाल रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसने पहले भी इसी तरह की घटनाएं तो नही की हैं।




