उत्तराखंड

दून में 50 हजार आवारा कुत्तों का आतंक, पार्षदों ने ठोस नीति की उठाई मांग

दून में आवारा कुत्तों का आतंक: निगम तक पहुंचा मामला, नगर निगम ने उठाए कदम

देहरादून की गलियों में आवारा कुत्तों का आतंक अब नगर निगम के सदन तक पहुंच गया है। निगम के मुताबिक, शहर में 50 हजार से अधिक आवारा कुत्ते हैं, जो कई इलाकों में आतंक भी मचाते हैं। कुत्तों का सबसे अधिक प्रभाव देहराखास, डालनवाला, अधोईवाला, करनपुर, नालापानी, कारगी, बंजारावाला, पलटन बाजार, लालपुल, टर्नर रोड, सुभाष नगर, रेसकोर्स, वसंत विहार, आर्यनगर, केवल विहार, कौलागढ़, एमडीडीए कॉलोनी, तिलक रोड, खुड़बुड़ा, वसंत विहार व पटेलनगर में देखा गया है।

पार्षदों ने इस मुद्दे को नगर निगम के सदन में उठाया और मांग की कि निगम ऐसी ठोस नीति बनाए जिससे आवारा कुत्तों के आतंक को नियंत्रित भी किया जा सके। हालांकि, यह काम नगर निगम के लिए आसान नहीं है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन और पशु क्रूरता अधिनियम में कड़े प्रावधान भी हैं। पार्षदों ने इस मुद्दे पर सदन में एकजुट होकर अपनी चिंता जाहिर की। शहर के विभिन्न मोहल्लों के निवासियों का कहना है कि चाहे जो भी तरीका अपनाया जाए, कुत्तों का आतंक कम होना चाहिए।

आवारा कुत्तों की बढ़ती शिकायतें और डॉग बाइट के मामले

दून में आवारा कुत्तों के खिलाफ उठाए गए कदम अब तक नाकाम ही साबित हो रहे हैं। कई कॉलोनियों में शाम होते ही कुत्ते आतंक मचाने लगते हैं। आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे एबीसी कार्यक्रम के बावजूद कुत्तों के खिलाफ शिकायतें व डॉग बाइट के मामलों में भारी वृद्धि हो रही है। मसूरी, डोईवाला, हरबर्टपुर, विकासनगर, सेलाकुई और ऋषिकेश में भी कुत्ते आतंक मचा रहे हैं।

नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि सड़कों पर कुत्तों के पिल्लों की संख्या में कमी आई है और आने वाले एक-दो वर्ष में नसबंदी का असर दिखाई देगा। हालांकि, शहर में एंटी रेबीज वैक्सीन की मांग भी बढ़ रही है, हर 3 माह में 3 हजार डोज मंगाई जाती हैं, जो महीने के अंत तक खत्म हो जाती हैं।

पालतू कुत्तों से भी है समस्या

दून में पालतू कुत्तों की बढ़ती संख्या भी चिंता का विषय बन गई है। पिटबुल, बॉक्सर, रॉटबिलर और डाबरमैन जैसी खतरनाक नस्लों के कुत्ते बड़ी संख्या में पाले जा रहे हैं। निगम के अनुसार, दून में 5 हजार से अधिक पालतू कुत्ते हैं, और इन कुत्तों द्वारा डॉग बाइट के मामले भी बढ़ रहे हैं। दून अस्पताल में पालतू कुत्तों के शिकार हुए लोग बड़ी संख्या में इलाज के लिए भी पहुंच रहे हैं।

आवारा कुत्तों के हमले के मामले:

  • नथुवावाला गांव में आवारा कुत्तों ने डेढ़ दर्जन से ज्यादा बरातियों को ही काट लिया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनका इलाज किया गया।
  • सहस्त्रधारा रोड के दुर्गा एनक्लेव में एक 4 साल की बच्ची पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। कुत्तों ने बच्ची के सिर, हाथ और पैर को बुरी तरह नोच डाला। बच्ची को गंभीर चोटें आईं और सिर में 12 टांके लगाए गए।
  • टर्नर रोड पर कुत्तों के झुंड ने 8 वर्षीय प्रियांशी पर हमला किया। कुत्तों ने बच्ची को बुरी तरह नोच लिया, जिससे उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

आवारा कुत्तों और पालतू कुत्तों के बढ़ते हमलों से दून में चिंता का माहौल है। नगर निगम और सरकार से उम्मीद की जा रही है कि इस समस्या का हल जल्द ही निकाला जाएगा।

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